तहलका न्यूज,बीकानेर। आर्यन पब्लिक सी. सै. स्कूल, बीकानेर में एल्यूमिनी मीट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजकीय एम.एल.बी. महाविद्यालय, नोखा के पूर्व प्राचार्य एवं महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के भौतिक विज्ञान के पूर्व संयोजक डॉ. रविन्द्र मंगल, विशिष्ट अतिथि मोटिवेशनल स्पीकर एवं सहायक आचार्य डॉ. चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली, विशिष्ट अतिथि डॉ. सुरेश पुरोहित, प्राचार्य बेसिक पी.जी. महाविद्यालय उपस्थित रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता शाला परिवार के चेयरमैन श्री रामजी व्यास ने की।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा जहां शिक्षा की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई वहीं कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रभारी हरिप्रसाद व्यास ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए विद्यालय में आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया।  व्यास ने इस आयोजन के लिए सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए पूर्व छात्रों की नैतिक ज़िम्मेदारी और उनकी उपलब्धियों को याद किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. रविन्द्र मंगल ने संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को बड़े सपने देखने चाहिए और उन बड़ो सपनों को पूरा करने के लिए सकारात्मक ऊर्जा के साथ प्रयास करना चाहिए। डॉ. मंगल ने छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाओं के साथ कई उदाहरणों एवं घटनाओं को बताते हुए समझाया कि वे किस प्रकार अपने भविष्य को और उज्ज्वल बना सकते हैं।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि सभी छात्र-छात्राओं को पूरी ईमानदारी के साथ मेहनत करने और लक्ष्य पर फोकस रखकर आगे बढ़ने सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता की ओर महज पहला कदम है, अभी मंजिल बहुत दूर है। जैसे-जैसे आप आगे बढ़ेंगे, प्रतियोगिता भी बढ़ती जाएगी। इसलिए इस सफलता के बाद उस मानक को बनाए रखने के लिए दोगुनी मेहनत करने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में टॉपर लिस्ट में शामिल हैं, उन्होंने अपनी सफलता से माता-पिता का नाम गर्व से रोशन किया है। आने वाले समय में वे और मेहनत करें ताकि अपने और माता-पिता के सपनों को पूरा कर सकें।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बेसिक पी.जी. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने संबोधित करते हुए कहा कि सभी छात्र-छात्राएं आगे आने वाली हर चुनौती को एक अवसर के रूप में लेते हुए धैर्य के साथ आगे बढ़ें। सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है इसलिए कठिन मेहनत करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तत्पर रहें। डॉ. पुरोहित ने विद्यार्थियों को विश्वास, साहस, धैर्य तथा कठिन परिश्रम से भविष्य में आगे बढ़ने की सलाह दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर बैलून गेम, कैटवाक, म्यूजिकल चेयर आदि विभिन्न प्रकार के गेम-शो में भी विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने अनुभवों और ज्ञान को सभी के साथ साझा किया।
इस अवसर पर कक्षा दसवीं के 07 विद्यार्थियों जिन्होंने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करके विद्यालय को गौरवान्वित किया। बेहतर प्रदर्शन करते हुए कक्षा दसवीं की छात्रा आलीना बानो ने 97.33 प्रतिशत अंक, अवंतिका वर्मा ने 96 प्रतिशत, अनुष्का व्यास 95.67 प्रतिशत, दर्शी उत्तम ने 93.50 प्रतिशत के साथ अनेक विद्यार्थियों ने उच्चतम अंक प्राप्त किये। विद्यालय द्वारा 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले इन छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित एवं पुरस्कृत करते हुए प्रतीक चिह्न के साथ 5100 रुपये, 3100 रुपये, 2100 रुपये तथा 1100-1100 रुपये के चार चैक भी प्रदान किये गये।अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए चेयरमैन श्री रामजी व्यास ने कहा कि आपके जीवन में शिक्षा का बहुत महत्व है क्योंकि आपके जीवन की राजनीतिक उन्नति, सामाजिक, आर्थिक एवं आध्यात्मिक उन्नति के विभिन्न विषय इसी शिक्षा से जुड़े हुए हैं इसलिए शैक्षणिक ज्ञान के साथ-साथ सह-शैक्षणिक गतिविधियां छात्रों के जीवन मंे आत्मसम्मान को बढ़ाती है।विद्यालय प्रबंध समिति के चेयरमैन  रामजी व्यास, वरिष्ठ सदस्य हरिप्रकाश हर्ष, डॉ. धीरज कल्ला, शाला प्रभारी  हरिप्रसाद व्यास, शाला प्रधानाचार्य मुकेश व्यास द्वारा सभी अतिथियों को उपरना एवं प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय स्टाफ सदस्य श्रीमती अपूर्वा हर्ष, श्रीमती ज्योति कल्ला, गणेशदास व्यास, अमन गहलोत आदि भी उपस्थित रहे।