तहलका न्यूज,बीकानेर। विश्व आदिवासी दिवस, आदिवासी लोगों के अधिकारों, संस्कृति और योगदान को पहचानने के लिए समर्पित है। यह दिन आदिवासी लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता फैलाने तथा आदिवासी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करने और उनके हितों की पैरवी करने पर जोर दिया जाता है। इसी आदिवासी दिवस पर राजस्थान के बीकानेर जिले के चित्रकार राम कुमार भादाणी भारतीय संस्कृति और परंपरा का सम्मान करते हुए आदिवासी संस्कृति, परंपराओं और ज्ञान का महत्व के इस दिन पर भारत की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्टेनोग्राफी में स्केच को रेखांकित किया गया है। भादाणी बताते हैं कि उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह के भाषण को यू ट्यूब से सुनकर डिक्टेट करते हुए उनका स्केच तैयार किया है। राष्ट्रपति मुर्मू के जीवन के संघर्ष से प्रभावित होकर उन्होंने यह स्टेनो ग्राफी में स्कैच करने का निर्णय लिया है। वह बताते है राष्ट्रपति के जीवन में अध्यापक बनकर कार्य करना शुरू किया और फिर राजनीति के क्षेत्र में जाने के लिए उन्होंने पार्षद के चुनाव को जीतकर अपने संघर्ष को जारी रखते हुए झारखंड के नॉवे राज्यपाल के रूप में कार्य संभाला फिर अनवरत जारी अपनी सेवा भाव से महामहिम राष्ट्रपति तक का सफर तय कर रहें है इसी प्रेरणा से यह स्टेनो ग्राफी में रेखांकन किया गया है। भादाणी बताते हैं कि उन्हे पूर्व मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत का स्टेनोग्राफी में पोर्ट्रेट बनाया था जिस पर उन्हें इंडियास वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज हुआ है। स्टेनोग्राफी की शिक्षा राजा बाबू सेवग से प्राप्त की है। भादाणी सुनहरी कलम के सिद्ध हस्त कलाकार है, इन्होंने हिंदू- प्राचीन जैन मंदिरों तथा प्राचीन हवेलियां पर सुनहरी नक्काशी का कार्य दो दर्जन से अधिक कर चुके हैं।