तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थानी कहावत है कि दो मामा रा भाणजा भूखा रेवे। कुछ ऐसे ही हालात आज मुरलीधर से करमीसर जाने वाली सड़क पर देखने को मिली जब पिछले कई महीनों से बीच सड़क हुए गढ्ढे में एक युवक मोटरसाइकिल सहित गिर पड़ा। स्थानीय लोगों में रोष है कि लंबे समय से इस सड़क के यही हालात है। सुनने वाला कोई नहीं है। मंजर यह है कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सीमाएं न होने का हवाला देकर अपनी कन्नी काट रहे है। जानकारी मिली है कि मुरलीधर से करमीसर जाने वाली सड़क पर देर शाम एक युवक गढ्ढे में गिर गया। उसकी मोटरसाइकिल बुरी तरह फंस गई। यहां खड़े लोगों ने उसे निकाला और पीबीएम अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि उसके चोटें आई है। इस हादसे के बाद लोगों ने सड़क पर इकठ्ठा होकर विरोध जताया। एक बुजुर्ग का कहना था कि पार्टियांे के आपसी टकराव के चलते इस क्षेत्र के बदतर हालात है। करीब एक किलोमीटर से ज्यादा सड़क टूटी पड़ी है। सड़क के बीच व किनारे बडे़-बड़े गढ्ढे है जहां आएं दिन हादसे होते है। पर सुनने वाला कोई नहीं है। कहने को तो जिले में तीन बड़े मंत्री और चार बोर्ड-आयोग के अध्यक्ष है और विकास के लाख दावे भी कर रहे है। परन्तु हमारी सुनने वाला कोई नहीं है। जिसके कारण यहां से निकलने वाले को परेशानी और चोट भुगतनी पड़ती है।