तहलका न्यूज़,: राजस्थान की शिव विधानसभा सीट पर विरोध के स्वर नजर आने लगे हैं। शिव विधानसभा सीट से भाजपा ने स्वरूपसिंह खारा को प्रत्याशी घोषित किया है। स्वरूपसिंह खारा को टिकट दिए जाने से पिछले विधानसभा चुनाव में शिव प्रत्याशी रहे खंगारसिंह, शिव विधानसभा सीट के पूर्व विधायक डॉ. जालम सिंह, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविन्द्रसिंह भाटी ने विरोध दर्ज कराया है।जेएनवीयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी को टिकट नहीं मिलने से नाराज उनके समर्थकों ने शुक्रवार को बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। टायर जलाए और नारेबाजी की। समर्थकों ने युवा प्रत्याशी को दरकिनार करने की बात कही। भाटी ने हाल ही में भाजपा जॉइन की थी। रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि मैंने पूरे प्रयास किए। टिकट के लिए कोशिश की, लेकिन प्रत्याशी नहीं बनाया गया। मैं अब दिल्ली में हूं, यहां से शिव आऊंगा। जनता के बीच में जाकर बात करूंगा। जो समर्थकों का निर्णय होगा, वही किया जाएगा।

जालमसिंह ने कहा- धोखा हुआ…निर्दलीय लडूंगा

शिव से पूर्व विधायक औैर टिकट की उम्मीद लगाए बैठे जालमसिंह रावलोत ने आरोप लगाया है कि उनके साथ में धोखा हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्हें भाजपा के केन्द्र औैर प्रदेश नेतृत्व ने आश्वस्त किया था कि शिव जाकर आवेदन की तैयारी करें, लेकिन शुक्रवार को सुबह उनका नाम हटा दिया गया। यह मेरे साथ धोखा हुआ है। अब मैं निर्दलीय आवेदन दाखिल करूंगा।

पार्टी को सबक सिखाना है: खंगार सिंह
2018 में शिव सीट से भाजपा ने प्रत्याशी रहे खंगार सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता और समर्थकों के दबाव के चलते चुनाव निर्दलीय लड़ रहा हूं। पार्टी को सबक मिलना चाहिए। भाजपा की शुक्रवार को घोषित सूची में स्वरूपसिंह को शिव से प्रत्याशी घोषित किया गया है। काफी जद्दोजहद बाद नाम आया है। स्वरूपसिंह अभी भाजपा के जिलाध्यक्ष है। स्वरूपसिंह का यह पहला चुनाव है। 47 साल से स्वरूपसिंह खारा पर अपराधिक मामले भी रहे है। गुजरात में दो पुलिसकर्मियों की हत्या (वाहन की टक्कर से मौत) के मामले में वांटेड हुए। बाड़मेर जेल से फरारी का मामला भी चर्चित रहा। बाद में पूर्व के अन्य मामलों में समझौते हो गए। इसके बाद वे समाजसेवा से जुड़ गए। पिछले कई सालों से वे संघ के साथ ही राजनीति में सक्रिय है। भाजपा ने शुक्रवार की सूची में उन्हें शिव से भाजपा का प्रत्याशी घोषित किया है।