



तहलका न्यूज,बीकानेर। रानीबाजार स्थित एपेक्स अस्पताल में अब गैस्ट्रोलॉजिस्ट व न्यूरो सर्जन की सेवाएं भी मिलेगी। इसके लिये गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ.श्रेयांश जैन और न्यूरो सर्जन डॉक्टर नीलेश नामा की सेवाएं नियमित रूप से मिलेगी। पत्रकारों से मुखातिब होते हुए दोनों ही चिकित्सकों ने पेट अपने अपने क्षेत्र से जुड़ी बीमारियों व अस्पताल में आधुनिक तकनीक से होने वाले इलाज पर चर्चा की। गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ जैन ने कहा कि आंतों से जुड़ी बीमारियां अब महज व्यक्तिगत तकलीफ़ का विषय नहीं रहीं,बल्कि एक बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट का रूप ले रही हैं। डॉ जैन ने बताया कि बदलती जीवनशैली,असंतुलित भोजन और तनाव की वजह से देश में इरिटेबल बाउल सिंड्रोम,गैस्ट्रो-इसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज,फैटी लिवर और क्रोनिक हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों के मामले तेज़ी से बढ़ रही हैं। मरीज शुरुआती लक्षणों को नजऱअंदाज़ कर देते हैं। उन्होंने कहा लगातार पेट फूलना,सीने में जलन,खट्टी डकारें,भोजन पचने में कठिनाई और बार-बार दस्त या कब्ज़ जैसी समस्याएं छोटी लग सकती हैं,लेकिन ये गंभीर गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल डिसऑर्डर का संकेत हो सकती हैं।विशेषज्ञों का मानना है कि चिकित्सा विज्ञान में उपलब्ध जांचें जैसे एंडोस्कोपी,कोलोनोस्कोपी और लिवर फंक्शन टेस्ट इन रोगों की सही पहचान समय रहते कर सकती हैं। लेकिन आम धारणा यही है कि लोग तब तक जांच नहीं कराते जब तक बीमारी गंभीर रूप नहीं ले लेती। यही वजह है कि क्रोनिक पैंक्रियाटाइटिस और लिवर सिरोसिस जैसे जटिल मामले अस्पतालों तक पहुंचते हैं।डॉ.जैन ने समाज के लिए चेतावनी भी दी। उनके अनुसार,मोटापा,धूम्रपान,शराब और फास्ट फूड जैसी आदतें पेट की बीमारियों को कहीं ज़्यादा खतरनाक बना रही हैं। उन्होंने साफ कहा अगर जीवनशैली पर काबू नहीं पाया गया तो आने वाले वर्षों में पेट और लिवर से जुड़ी बीमारियां हमारे स्वास्थ्य तंत्र के लिए सबसे बड़ी चुनौती होंगी।
सर्वाइकल के लक्षणों को न करें नजर अंदाज
डॉक्टर नीलेश नामा ने कहा कि गर्दन के पीछे और कंधों के आसपास होने वाला दर्द को गलती से भी नजर अंदाज न करें। आजकल स्क्रीन टाइमिंग बढ़ाने से ज्यादातर लोग सर्वाइकल की समस्या से परेशान हैं। खासकर उन लोगों में जो लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल पर काम करते हैं या गलत मुद्रा में बैठते हैं। आज की डिजिटल लाइफस्टाइल में सर्वाइकल दर्द यानी गर्दन और कंधों के आसपास होने वाला दर्द ज्यादातर लोगों में देखने को मिल रहा है। सर्वाइकल पेन गर्दन की रीढ़ की हड्डी,मांसपेशियों,नसों या डिस्क में गड़बड़ी के कारण होता है। यह रीढ़ की वह ऊपरी हिस्सा होता है जो सिर को सहारा देने और घुमाने का काम करता है। जब इस हिस्से में सूजन,चोट या दबाव आता है तो दर्द की शुरुआत होती है।