तहलका न्यूज,बीकानेर। विजय दशमी पर्व शनिवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में शहर में कई स्थानों पर रावण परिवार के पुतलों का दहन कि या गया। मुख्य समारोह डॉ.करणी सिहं स्टेडियम में हुआ। पॉलटे िक्नक मैदान,भीनासर,धरणीधर मैदान में भी रावण परिवार के पुतलों का दहन किया गया। इससे पहले सचेतन झांकियां निकाली गई। शहर में विभिन्न मोहल्लों,कॉलोनियों में भी रावण के पुतले का दहन किया गया।भगवान राम के जीवन आदर्शों से संबंधित झा ंकियां निकाली गई। डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में बीकानेर दशहरा कमेटी की ओर से हुए समारोह में रावण,कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। रावण के मुंह से चिगारियां निकली। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल सहित अनेक लोग शामिल हुए। इससे पूर्व रानी बाजार गली नं.3 से दोपहर को झांकियां निकाली गई।
इतने पुलिसकर्मियों की लगाई ड्यूटी
एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि रावण दहन स्थल और शोभा यात्रा मार्गों पर क रीब 450 पुलिसकर्मी तैनात रहे। चार एएसपी,सात डीवाईएसपी,15 इंस्पेक्टर,24 एस आई, 44 एएसआई और 364 कॉन्स्टेबल-हेड कॉन्स्टेबल के साथ ही मुख्य स्थानों पर फिक्स पिकेट्स रहे।
जैकारों के साथ दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन
बोलो रे बोलो दुर्गा माई की जय ढाक(ढोल) की थाप पर जयकारों के साथ थिरकते श्रद्धालु। गुलाल उड़ाते, झूमते गाते देवी भक्त। शनिवार को यह नजारा शहर में साकार हुआ। अवसर था पांच दिनों से चल रहे दुर्गापूजा महोत्सव की पूर्णाहुति का। शहर में जगह-जगह स्थापित देवी प्रतिमाओं का साथ तालाबों पर विसर्जन किया गया। जयक ारों के साथ दुर्गा प्रतिमाओं को लेकर श्रद्धालु जहां से भी गुजरे माहौल भक्तिमय हो गया। भक्तों भारी मन से देवी प्रतिमाओं को तालाबों में विसर्जन कर अगले वर्ष फिर से आने का आग्रह किया। शहरी क्षेत्र में देवीकुंड सागर व संसोलाव तालाब में प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया।
यहां भी हुए आयोजन
भीतरी परकोटे में कई तेलीवाड़ा, मोहता चौक, सुरदासाणी गली, लखोटिया चौक, चौथाणी ओझा चौक, सदाफतेह के समीप देराश्री गली, नत्थूसर गेट के अंदर, बेनीसर बारी, काशनदी, नत्थूसर गेट बाहर,खाबेडी छंगाणी गली, बीछवाल, रानी बाजार, करणी औद्योगिक क्षेत्र, गंगाशहर, मुरलीधर व्यास नगर इत्यादि क्षेत्रों में मनाए जा रहे पूजा महोत्सव में स्थापित देवी प्रतिमाओं का गाजे-बाजे के साथ विसर्जन किया गया।
सिन्दुर खेल की परम्परा
दशहरे पर्व पर बंगाल की संस्कृति बीकानेर में देखने को मिली। यहां रानी बाजार स्थित बंगाली मंदिर में शनिवार सुबह देवी प्रतिमाओं के विसर्जन से पहले विशेष-पूजा अर्चना की गई। बंगाली समाज की महिलाओं ने देवी माता के सिन्दुर अर्पण किया। बाद में एक-दूसरे चेहरे पर सिन्दुर लगाकर सुख-समृद्धि की कामना क ी। देवी माता से परिवारजनों के लिए मंगल की कामना की। साथ ही अगले वर्ष फिर से आने का आग्रह किया। इससे पहले बंगाल से आए पंडित ने मंत्रों के साथ दर्पण विजर्सन कराया। माता के पुष्पांजलि अर्पित की गई।
अपराह्न बाद में ढाक(ढोल) और गाजे-बाजे के साथ दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए रवाना हुए। देवी प्रतिमा का विजर्सन देवीकुंड सागर में किया गया।
रामलीला आयोजन
दशहरा के उपलक्ष में आज भव्य रामलीला का आयोजन जय नारायण व्यास कालोनी के सेक्टर 5 के निवासियों द्वारा मंचन किया गया । रामलीला के द्वारा असत्य पर सत्य की विजय का एक संदेश दिया गया। इस रामलीला के अंतर्गत छोटे छोटे बच्चो द्वारा किए गए किरदारों ने समाज में बुराई पर अच्छाई की जीत का ऐसा मनोहारी दृश्य बनाया की उपस्थित दर्शक गण राम नाम में रमते दिखे। रामायण की चौपाइयों पर बाल कलाकारों की शानदार प्रस्तुति में राम जन्म से वनवास तथा रावण वध शामिल रहा। आज के समय में युवा पीढ़ी को भगवान राम के जीवन की घटनाओं से रूबरू करवाने एवं युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति की झलक दिखाने का प्रयास किया गया इस रामलीला के अंतर्गत मोहल्ले के युवा वर्ग द्वारा काफी उत्साह देखा गया। रामलीला के अंतर्गत मोहल्ले की महिलाओं द्वारा मांगलिक गीत भी गायें वह श्रोतागणों द्वारा नन्हे छोटे कलाकारों को बहुत सराय गया। रामलीला के आयोजन में सरवन शर्मा,कपिल खत्री, कपिल शर्मा,एडवोकेट अशोक मारू,एसके शर्मा,सुभाष सोनी,डॉक्टर राजीव पांडे, भोजराज खत्री आदि ने मुख्य भूमिका निभाई। सनातन से बच्चो को जोडऩे की इस मुहिम का सभी नगर वासियों ने प्रशंसा की और धन्यवाद दिया।