लखनऊ। शनिवार की देर रात माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अतीक अशरफ गोलीबारी हुए है। इस फायरिंग में दोनों भाईयों की मौत हो गई है। गोली किसने चलाई इसका पता अभी नहीं चल पाया है।जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के पास ये हमला तब हुआ, जब पुलिस टीम अतीक और अशरफ को मेडिकल ले लिए लेकर जा रही थी. इसी दौरान तीन-चार हमलावर अचानक बीच में पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस पूरे हमले को बकायदा पुलिस के सामने अंजाम दिया गया है. इस हमले में एक पुलिस कांस्टेबल भी घायल हुआ है, जिसका नाम मान सिंह है. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.इन सबके बीच मामला में बड़ी खबर सामने आ रही है कि वारदात से ठीक पहले लखनऊ के एक बिल्डर ने 80 लाख रुपए दिए थे और वो रकम खुद असद प्रयागराज ले गया था। पुलिस का कहना है कि इस बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है।
11 फरवरी को 8 लोगों ने मिलकर बनाया था मर्डर का प्लान
एनडीटीवी की अंग्रेजी वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, बीती 11 फरवरी को उमेश पाल मर्डर केस की प्लानिंग बरेली सेंट्रल जेल के अंदर बैठकर रची गई थी। जहां उमेश पाल अपहरण केस में आरोपी अतीक का भाई अशरफ कैद था। आपको बता दें कि अतीक अहमद का बेटा असद अहमद जो बीती 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या का मास्टरमाइंड था, उसे यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार को झांसी में मार गिराया। उसके साथ अतीक का खास शूटर गुलाम मुहम्मद का भी एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया।