




तहलका न्यूज,बीकानेर। बीकानेर विकास प्राधिकरण बीकानेर के अधिकारियों की मिलीभगत द्वारा आपति काल में आपति दर्ज होने के बाद भी,भूखण्ड पर दुकान निर्मित होने के बावजूद भी 19 जून 23 को मदन गोपाल पंवार पुत्र शंकर लाल पंवार के नाम नियम विरुद्ध रिहायशी पट्टा जारी कर दिया। जबकि व्यवसायिक परिसर का रिहायशी पट्टा बन ही नहीं सकता परन्तु अधिकारियों की मिलीभगत से पट्टा बना दिया गया। उक्त समबन्ध में मेरे द्वारा कार्यालय में 7 मई 24 को बिना आपतिकर्ता को सुने जारी किए गए पट्टा को निरस्त व मिलीभगत अधिकारियों पर कार्रवाई हेतु शिकायत दर्ज क रवायी गयी। परन्तु विभाग द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।उक्त शिकायत जिला कलेक्टर,संभागीय आयुक्त बीकानेर को भी की गई। 7 -8 माह लगातार चक्कर लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। उक्त शिकायत को प्रमुख शासन सचिव यूडीएच मंत्री,मुख्यमंत्री को करने पर बीडीए बीकानेर ने एक विभागीय जांच कमेटी पट्टे की जांच हेतु बनाई उक्त कमेटी के समक्ष भूखण्ड के दस्तावेज पेश कर व पट्टेधारी दवार पेश किए गलत तथ्य दस्तावेज बताने के बावजूद भी कमेटी ने उक्त पट्टे को सही होना बता दिया । उक्त प्रकरण के समबन्ध में पुन: प्रमुख शासन सचिव से मिलने पर 21 मार्च 25 को बीडीए आयुक्त ने उक्त भूखण्ड के समस्त दस्तावेज अपने पिता शंकर लाल पंवार के नाम से होने के तथ्यों को छिपाकर विभाग को मुगलाते में रखकर प्राप्त किए गए पट्टा को निरस्त कर दिया गया।उक्त पट्टा 8-9 माह लगातार विभागों के चक्कर लगाने के बाद निरस्त तों हुआ पर बीडीए ने न तो उक्त भूखण्ड से कब्जा मुक्त करवाया,न ही पट्टेधारी पर कोई कार्यवाही की, न ही पट्टे बनाने में सलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की है।