तहलका न्यूज़,बीकानेर। दो महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक किसनाराम नाई को एक बार फिर पार्टी से निलंबित कर दिया है। ठीक दो महीने पहले 13 सितम्बर को उन्हें पार्टी में शामिल किया गया था लेकिन एक निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन करने के आरोप में उन्हें और उनके दो पोतों को पार्टी से निलंबित किया गया है। उधर, किसनाराम नाई ने भाजपा प्रत्याशी ताराचंद सारस्वत पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से 9 नवम्बर को ही इस्तीफा देने का दावा किया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी की उपस्थिति में किसनाराम नाई ने जयपुर स्थित पार्टी के मुख्यालय पर भाजपा में वापसी की थी। इसके बाद टिकट वितरण में किसनाराम की इच्छा की इच्छा के विरुद्ध ताराचंद सारस्वत को पहली सूची में पार्टी ने प्रत्याशी बना दिया। किसनाराम तब से नाराज हैं। देहात भाजपा अध्यक्ष जालम सिंह भाटी से बातचीत में आरोप लगाया कि किसनाराम श्रीडूंगरगढ़ में भाजपा प्रत्याशी ताराचंद सारस्वत का साथ देने के बजाय निर्दलीय प्रत्याशी का सपोर्ट कर रहे हैं। उनके समर्थन में अपने कार्यकर्ताओं को लगा रहे हैं। इससे भाजपा को नुकसान हो रहा है। ऐसे में पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते किसनाराम व उसके दो पोतों को पार्टी से निलंबित कर दिया है। उधर, किसनाराम का दावा है कि उन्होंने 9 नवम्बर को ही अपना त्यागपत्र पार्टी को भेज दिया। इसमें आरोप लगाया गया है कि संदिग्ध व भ्रष्ट आचरण का सहारा लेकर गलत प्रत्याशी को टिकट दिया गया है। जिसका किसनाराम के कार्यकर्ता समर्थन करने के लिए तैयार नहीं है। किसनाराम ने ये भी लिखा है कि उनके लिए पार्टी से ज्यादा अहम उनके समर्थक और कार्यकर्ता है। इसी कारण पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी पर मूल सिद्धांतों से किनारे होने का भी आरोप लगाया है।