तहलका न्यूज,बीकानेर। पिछले एक माह से अधिक विवादों में घिरी बीकानेर पूर्व से भाजपा प्रत्याशी सिद्धिकुमारी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति हलफनामे में घोषित करने का मामला अब उनके लिये परेशानी का सबब बन रही है। एक ओर जहां उनकी बुआ हमलावर है और एसडीएम को लिखित शिकायत दर्ज करवा चुकी है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी इस मामले को लेकर अब मैदान में आ चुकी है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रितु चौधरी ने इस मामले में चुनाव आयोग को शिकायत की है। पर्यवेक्षक एवं रिटर्निंग अधिकारी दोनों से मिली चौधरी ने आरोप लगाया है कि सिद्धी कुमारी ने अपनी संपत्ति को लेकर आयोग के सामने तथ्य छिपाये हैं। ऐसे में यह आचार संहिता के उल्लंघन का मामला है और आयोग को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। चौधरी के साथ कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में नितिन वत्सस,डॉ पी के सरीन आदि शामिल रहे। जिन्होंने पर्यवेक्षक एवं निर्वाचन अधिकारी से इस मसले पर शिकायत की है।
ये है मामला
दरअसल बीकानेर के महाराजा डा.करणीसिंह की पोती सिद्धीकुमारी चौथी बार भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं। वे अब तक तीन बार विधायक रह चुकी है। उनकी दादी राजमाता सुशीलाकुमारी का देहावसान हुआ है। महाराजा करणीसिंह की बेटी प्रिंसेज राज्यश्री ने सिद्धीकुमारी की ओर पेश किये गए हलफनामे पर आपत्ति जताते हुए संपत्ति के अधिकार पर सवाल उठाया है।

सिद्धिकुमारी ने आरोपों को बताया गलत
उधर प्रेसवार्ता कर भाजपा प्रत्याशी ने आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि मैं सत्य की राह पर हूं। मुझ पर जो आरोप लगाए गए हैं वह गलत है। चूंकि लीगल मामला है ऐसे में मैं कानूनी सलाह ले रही हूं, उसी अनुरूप काम करूंगी। पत्रकारों से बातचीत में सिद्धीकुमारी ने अधिकांश सवालों को टाल दिया। उनके साथ मौजूद भाजपा नेता सत्यप्रकाश आचार्य ने जहां विषय को बदलते हुए विकास और चुनावी मुद्दों की तरफ बात को डायवर्ट किया। आचार्य ने कहा, बीकानेर को लेकर भाजपा और सिद्धी कुमारी ने हमेशा विकास का नजरिया रखा है। सूरसागर इसका उदाहरण है। एलीवेटेड रोड के लिए भी भाजपा शासन में मंजूरी दी गई। बजट तक घोषित कर दिया लेकिन बाद में कांग्रेस सरकार ने मामला जानबूझकर लटका दिया।