तहलका न्यूज,बीकानेर। हमें अपनों ने लूटा गैरों में कहा दम था,कश्ती वहां डूबी जहां पानी का बहाव कम था। कुछ ऐसा ही कारनामा भाजपा संगठनात्मक चुनाव में देखने को मिला। जब अनुशासन का राग अलापने वाली पार्टी के संगठनात्मक चुनाव पर उन्हीं के पदाधिकारियों ने सवालिया निशान उठाते हुए चुनाव प्रभारी को शिकायती पत्र लिख डाला। जिसके परिणाम स्वरूप कलह को शांत करने के लिये आज दुबारा चुनावी प्रक्रिया कर रायशुमारी बनाने के प्रयास किये जा रहे है। जानकारी मिली है कि मुक्ता प्रसाद मंडल के हुए चुनावों को लेकर भाजपा उपाध्यक्ष विजय उपाध्याय ने प्रभारी ओकार सिंह लखावत को एक शिकायती पत्र लिखते हुए दावा किया कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से नहीं हुए है। जिस पर प्रदेश नेतृत्व इस मंडल के दुबारा राय लेने का निर्णय लिया है। अंदर खाने की बात तो यह भी है कि नयाशहर मंडल में भी इसी तरह की सुगबुगाहट बनी हुई है।

पदाधिकारियों की सहमति से ही नियुक्त किये गये प्रभारी
मजे की बात तो यह है कि मंडल स्तर के चुनाव के लिये पार्टी के अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों की रायशुमारी से ही मंडल स्तर पर पर्ची के जरिये अपने अध्यक्ष का चुनाव करने का फैसला प्रभारी ने लिया था। विगत दिनों भाजपा कार्यालय में पर्ची मतदान भी हुआ और बूथ पदाधिकारियों की भावनाएं पर्ची के जरिये समेट कर चुनाव प्रभारी जयपुर भी ले गये। जिसका परिणाम भी 30 दिसम्बर तक घोषित करने की बातें सामने आई थी। लेकिन दस मंडलों में से दो मंडल इसको लेकर असन्तुष्ट बताएं गये। इनमें से एक मंडल के सदस्य ने तो चुनाव प्रभारी को पत्र भी लिख दिया।

इन दस मंडल के बनने है नये अध्यक्ष
विगत दिनों संगठनात्मक स्तर पर भाजपा की ओर से जस्सूसर,नयाशहर,पुराना शहर,मुक्ता प्रसाद,रानीबाजार,जूनागढ़,लालगढ़,शिवबाड़ी,गोपेश्वर,गंगाशहर मंडल के नये अध्यक्ष की चुनावी प्रक्रिया सम्पन्न हुई थी। लेकिन दो मंडलों में विद्रोह की चिन्गारी के बीच दुबारा मंथन की स्थिति आन पड़ी है।

वर्जन
केवल मुक्ता प्रसाद मंडल स्तर पर कुछ शिकायत थी। उसे आपस में बैठकर निपटा लिया जाएगा।
विजय आचार्य,जिलाध्यक्ष