तहलका न्यूज,बीकानेर। फिजिक्स का नाम आते ही विज्ञान के विद्यार्थियों के हाथ पांव फूलने लगते है। लेकिन शहर के इस युवा ने जिद्द और जूनून के भरोसे फिजिक्स के सवालों को मिनटों में हल करने की तकनीक बच्चों को दी। जिसके परिणाम स्वरूप नीट 2025 में सर्वोधिक ट्रापर देने वाले सर बनने जा रहे है। जी हां ये युवा है रविरंजन बोथरा सर। जिन्होंने अभिभावकों व विद्यार्थियों के भरोसे को कायम रखते हुए मुश्किल को आसान बना दिया। इसको लेकर बीकानेर तहलका संवाददाता ने रवि रंजन बोथरा सर से बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले 28 वर्षों से बीकानेर और आसपास के शहरों के होनहार विद्यार्थियों को सफल डॉक्टर और इंजीनियर बनने में मार्गदर्शन करने का सौभाग्य मिला है। हमारे शहर के अधिकांश युवा डॉक्टर,सर के पूर्व विद्यार्थी है। उन्होंने बताया कि जैसा कि आप सब को मालूम है इस बार का NEET का फिजिक्स का पेपर ऐतिहासिक रूप से कठिन रहा, इसका पूर्वानुमान सर को एक वर्ष पहले ही हो गया था। इसी पूर्वानुमान के आधार पर सर ने 2 महत्वपूर्ण कदम उठाए गए-

1. हर रविवार को दो पेपर आयोजित किए गए – एक आसान और दूसरा मुश्किल, ताकि छात्र हर स्तर की चुनौती के लिए तैयार रहें।
2. छात्रों को पहले से ही मानसिक रूप से तैयार किया गया कि पेपर अत्यधिक लंबा और मुश्किल हो सकता है, जिससे कटऑफ में भारी गिरावट की संभावना थी।

बोथरा सर ने बताया कि इतने मुश्किल पेपर के बावजूद,फिजिक्स के 45 में से 40 प्रश्नों का पैटर्न बोथरा सर के नोट्स से पूरी तरह मेल खा रहा था,और 4 प्रश्न तो नोट्स से हुबहू मिले।परीक्षा देकर निकलने वाले प्रत्येक छात्र की जुबान पर यही था कि बोथरा सर के छात्रों के अलावा कोई इस पेपर को हल नहीं कर सकता। स्टूडेंट्स और पैरेंट्स की अपेक्षाओं के अनुरूप, हमारी संस्था संभवतः बीकानेर जिले में NEET 2025 में सर्वाधिक चयन देने जा रही है।सर ने बताया कि  अथक प्रयास है कि फिजिक्स विषय की चुनौती के कारण कोई भी विधार्थी अपने सपनों से वंचित नहीं रहना चाहिये।

हमारे इस ड्रॉपर बैच की कुछ खास बातें:
1. स्मार्ट बोर्ड का उपयोग: बोथरा सर स्मार्ट बोर्ड का इस्तेमाल करते हैं, जिससे चित्रों के ज़रिए विषय को समझना आसान होता है और समय की बचत होती है. इससे जटिल कांसेप्ट्स को समझने के लिए ज़्यादा समय मिलता है और कक्षा में दस गुना अधिक प्रश्न हल होते हैं. स्मार्ट बोर्ड पर पढ़ाई गई सामग्री की PDF भी प्रदान की जाती है।
2. रिकॉर्डेड कक्षाएँ: कक्षाएँ रिकॉर्ड होती है, ताकि अनुपस्थित विद्यार्थी पुनः कक्षा देख सकें।
3. साप्ताहिक ऑफ़लाइन परीक्षाएँ: EGway में प्रति सप्ताह दो ऑफ़लाइन परीक्षाएँ होती हैं – एक आसान और दूसरी मुश्किल, जो छात्रों को हर तरह की चुनौती के लिए तैयार करती हैं।
4. दैनिक ऑनलाइन परीक्षाएँ: EGway ऐप के माध्यम से प्रतिदिन पढ़ाए गए पाठ्यक्रम की ऑनलाइन परीक्षा आयोजित होती है, जिसे इस वर्ष शुरू किया गया और इसके चमत्कारिक परिणाम मिल रहे हैं।

ड्रॉपर बैच 5 जून, गुरुवार से

बोथरा सर की रुचि NEET/ JEE के ड्रॉपर बैच (एक वर्ष में 11वीं और 12वीं की संयुक्त तैयारी) में हमेशा से रही और पिछले 25 वर्षों से सर प्रतिवर्ष ऐसे 4 बैच पढ़ाते रहें है हालांकि अब सर का इरादा NEET/IIT-JEE के दो वर्षीय कोर्स (पहले वर्ष 11वीं और दूसरे वर्ष 12वीं की तैयारी) पर ध्यान केंद्रित करने का था,और उन्होंने इस बार ड्रॉपर बैच शुरू करने में अनिच्छा जताई, लेकिन स्टूडेंट्स और पैरेंट्स की अपार जिद्द, विश्वास और हार्दिक मांग के कारण अंत में बोथरा सर ने NEET/IIT-JEE ड्रॉपर बैच 5 जून, गुरुवार से शुरू करने की सहमति दे दी है।