तहलका न्यूज,बीकानेर।राजस्थान में कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत जिलाध्यक्षों की नियुक्ति का काउंटडाउन शुरू हो चुका है।अगले 48 घंटों के भीतर 50 जिलाध्यक्षों की सूची जारी हो सकती है।इससे पार्टी के भीतर दौड़ में शामिल विधायकों,पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों,पूर्व सांसदों और युवा नेताओं की धड़कनें तेज हो गई हैं।सभी बेसब्री से अंतिम सूची का इंतजार कर रहे हैं।सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी,संगठन महासचिव के.सी वेणुगोपाल और प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के बीच जिलेवार नामों पर चर्चा को लेकर बैठक की गई है।अब इस बैठक के बाद किसी भी समय जिलाध्यक्षों की सूची जारी की जा सकती है।आधा दर्जन जिलों पर कुछ पेंच फंसे हुए थे जिन पर भी अब सहमति बन चुकी है।कांग्रेस की ओर से प्रदेश में नए जिलाध्यक्षों का अब ऐलान कर दिया जाएगा।पर्यवेक्षकों के द्वारा जिलाध्यक्षों के लिए राज्य में अभियान चलाया जा रहा था।

अगले 48 घंटों में जारी हो सकती है सूची
संगठन सृजन अभियान के तहत अब प्रदेश में जिला अध्यक्षों की सूची अगले 48 घंटों के भीतर किसी भी वक्त जारी हो सकती है।अभियान में पारदर्शिता रखने के लिए राहुल गांधी ने पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की थी।जिनकी रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की जानी है।राजस्थान में 4 अक्टूबर तक पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर आलाकमान को सौंप दी थी। इसके बाद संगठन महासचिव ने प्रदेश प्रभारी,पीसीसी चीफ और नेता प्रतिपक्ष से भी वन-टू-वन संवाद कर जिले वार नामों पर चर्चा की गई।

पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर ही होगा चयन
बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्षों के चयन में किसी भी नेता की सिफारिश को प्राथमिकता नहीं दी गई।पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट को ही मुख्य आधार माना गया है।जिलाध्यक्षों की सूची में 4-5 जिलों में महिला जिलाध्यक्ष भी देखने को मिल सकती है।इसके अलावा अल्पसंख्यक और दलित वर्ग को भी साधने का प्रयास किया जा रहा है।साथ ही जिन जिलों में लंबे समय से एक ही जाति के जिलाध्यक्ष बन रहे थे,वहां नए फ ॉर्मूले के तहत बदलाव देखे जा सकते हैं।बता दें कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की सूची में कई चौंकाने वाले नाम भी होंगे।जो पार्टी के भीतर हलचल मचा सकते हैं।

3 दिन तक जिलाध्यक्षों के नामों पर मंथन
सूत्र बता रहे हैं कि बिहार चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार थमने के साथ ही राहुल गांधी और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने ए आईसीसी वार रूम में तीन दिन तक जिलाध्यक्षों के नामों पर मंथन किया। फाइनल सूची लगभग तैयार है,लेकिन अंतिम रूप देने से पहले दि ग्गज नेताओं से राय ली जा रही है।