तहलका न्यूज,बीकानेर। बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का स्वागत समारोह नव-प्रवेशोत्सव के रूप मंे आयोजित किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य नए छात्र-छात्राओं का स्वागत करना और उन्हें महाविद्यालय के वातावरण से परिचित कराना था। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष  रामजी व्यास मौजूद रहे। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा जीवन में सफलता की कुंजी है और महाविद्यालय का समय किसी भी छात्र के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। विद्यार्थियों को कठोर परिश्रम करके राष्ट्र हित में अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। सभी छात्र-छात्राओं को निरंतर अध्ययन कर महाविद्यालय का नाम रोशन करना चाहिए। श्री रामजी व्यास द्वारा एक नई दिशा देते हुए यह समझाया गया कि ज्ञान का अर्जन कैरियर के लिए कितना महत्व रखता है छात्र-छात्राओं के लिए पढ़ाई जिंदगी में बहुत मायने रखती है।महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने महाविद्यालय में नवीन प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारित कर अध्ययन करने के लिए मार्गदर्शित किया। डॉ. पुरोहित ने महाविद्यालय की उपलब्धियों एवं विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी देते हुए छात्रों को बताया कि शिक्षा ही ज्ञान का आधार है और ये पाँच वर्ष ही हमारे आने वाले भविष्य को निर्धारित करते हैं। इसके साथ-साथ पीपीटी के माध्यम से विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति की जानकारी प्रदान की गई। साथ ही विद्यार्थियों को महाविद्यालय में उपलब्ध ई-लाईब्रेरी, पुस्तकालय, सेमिनार हॉल, सुसज्जित प्रयोगशालाओं आदि से संबंधित विभिन्न सुविधाओं की जानकारी प्रदान की गई।इस मौके पर सीनियर विद्यार्थियों ने अपने-अपने अनुभवों को साझा करते हुए नवआगंतुक विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इस प्रकार, नव-प्रवेशोत्सव ने नए छात्रों के लिए एक यादगार शुरुआत का अवसर प्रदान किया और उन्हें महाविद्यालय परिवार का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस कराया।कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश कुमार पुरोहित, डॉ. रोशनी शर्मा, डॉ. नमामीशंकर आचार्य, श्रीमती माधुरी पुरोहित, श्रीमती प्रभा बिस्सा, वासुदेव पंवार, श्रीमती सीमा शर्मा, सुश्री संध्या व्यास, विकास उपाध्याय, सुश्री जाह्नवी पारीक, सुश्री खुशबू शर्मा, श्रीमती शालिनी आचार्य, श्रीमती प्रीति पुरोहित, श्रीमती प्रेमलता व्यास, अजय स्वामी, हितेश पुरोहित, पंकज पाण्डे, श्रीमती महिमा किराडू, मनमथ केवलिया,शिवशंकर उपाध्याय, राजीव पुरोहित आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।