तहलका न्यूज,बीकानेर। शहर के मुक्ताप्रसाद थाना क्षेत्र में मंगलवार एक बंद मकान से बुजुर्ग दंपति के रक्तरंजित शव के मामले में आखिरकार परिजनों व समाज के लोगों की ओर से लगाया गया धरना आईजी ओमप्रकाश से मिले आश्वासन के बाद हटा लिया गया और शवों का पोस्टमार्टम करवा लिया गया। केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल की मध्यस्थता से परिजन माने। बताया जा रहा है कि सीओ सिटी श्रवणदास संत ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि तीन दिनों में इस हत्याकांड में शामिल मुल्जिमों को पकड़ लिया जाएगा। साथ ही समाज की पांच सदस्ययी कमेटी को इसकी प्रगति सूचना निरन्तर दी जाएगी। जिसके बाद परिजन मान गये और दोपहर तीन बजे शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। बता दें कि मंगलवार को 75 वर्षीय गोपाल वर्मा और उनकी 72 वर्षीय पत्नी निर्मला वर्मा के शव अपने घर में पड़े मिले थे। जिसकी सूचना पर पुलिस ने शव को पीबीएम की मोर्चरी में रखवाया था।

परिजनों ने लगाया था धरना
इस हत्याकांड को लेकर कुम्हार समाज में भारी आक्रोश है। समाज के सैकड़ों लोग पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर एकत्र होकर धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि जब तक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे शव नहीं उठाएंगे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और जल्द कार्रवाई की मांग की।वहीं फिलहाल पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है। घटना से इलाके में शोक और भय का माहौल व्याप्त है। धरने पर एडवोकेट अशोक प्रजापत,ब्रिगेडियर मोहन लाल वर्मा,राधे वर्मा,सोहन लाल प्रजापत,रामलाल भोभरिया,श्रवण प्रजापत,लक्ष्मण गुरिया,किशन प्रजापत, त्रिलोक गेधर,अर्जुन कुमावत,गणपत गेधर,पप्पू लखेसर,किशोर संवाल सहित सहित लोग उपस्थित रहे।