तहलका न्यूज,बीकानेर। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर लगातार ड्रग्स स्मगलिंग की घटनाएं सामने आ रही हैं। स्मगलर ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। बीकानेर से लगते बॉर्डर पर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (क्चस्स्न) ने तस्करों की ऐसी एक और कोशिश को नाकाम कर दिया है। तीन महीने में तीसरी बॉर्डर एरिया पर फायरिंग हुई है।मंगलवार सुबह जवानों ने फायरिंग कर ऐसे एक ड्रोन को नष्ट किया है। इस ड्रोन से करीब तीन किलो हेरोइन मिली है। इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमत करीब दस करोड़ रुपए बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों बीएसएफ को इनपुट मिला था कि पाकिस्तान की ओर से भारत में ड्रोन से ड्रग्स पहुंचाई जा रही है। इसी कारण पश्चिमी राजस्थान के बॉर्डर पर अलर्ट बढ़ाया गया था।मंगलवार सुबह के.के. टीबा पोस्ट पर तड़के जवान चौकसी कर रहे थे। इसी दौरान एक ड्रोन नजर आया, जिसे फायरिंग करके नष्ट किया गया। फिलहाल एजेंसी ने पूरे एरिया को सीज कर दिया।बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ भी मौके पर पहुंचे हैं। आसपास के एरिया में जांच की जा रही है।

तस्करों को दबोचा
डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया- बीएसएफ को जानकारी मिली थी कि तस्कर गांव में आए हुए हैं। ऐसे में जी ब्रांच और बीएसएफ सतर्क थी। उन्होंने बताया कि जैसे ही आज सुबह पाकिस्तान की ओर से ड्रोन ने बॉर्डर क्रॉस किया तो मौके पर तैनात बीएसएफ के जवान हैड कॉन्स्टेबल मनोज कुमार और संदन नाजर ने ड्रोन पर फायरिंग की। फायरिंग की आवाज सुन पीछे से जी ब्रांच भी अलर्ट हो गई। इसी दौरान कंसाइनमेंट लेने वाले तस्कर हेरोइन उठाने लगे तो बीएसएफ के जवानों ने फायर किया। दोनों को हेरोइन समेत दबोच लिया।

दोनों तस्कर पंजाब के फाजिल्का के रहने वाले
डीआईजी राठौड़ ने बताया- पकड़े गए तस्करों ने पूछताछ में अपने आप को फाजिल्का बड़ीवाल निवासी नाम संदीप पुत्र कृष्णलाल और फाजिल्का की काशीराम कॉलोनी निवासी रिंकू उर्फ हरजिंद्र सिंह पुत्र हरभजन सिंह बताया। राठौड़ ने पुलिस की सराहना करते हुए कहा- पुलिस ने इन तस्करों के दो अन्य साथियों को घड़साना मंडी के एक होटल से पकड़ा है। जो पुलिस और बीएसएफ की बहुत बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा- पकड़े गए दोनों तस्करों को एनसीबी के हवाले किया जाएगा। क्योंकि एनसीबी कहीं भी जाकर जांच कर सकती है।

पहले भी पकड़ी थी 300 करोड़ की हेरोइन
डीआईजी राठौड़ ने कहा- 300 करोड़ की हेरोइन पहले भी इस क्षेत्र में पकड़ी थी। उसमें एनसीबी ने जांच की थी। 8 लोगों पर कोर्ट में केस चल रहा है। उन्होंने कहा- तस्करों के खिलाफ क्षेत्र में रोज कार्रवाई हो रही है, लेकिन हम चाहते थे कि तस्कर पकड़े जाएं। ऐसा प्रयास हमारे द्वारा किया जा रहा था। ताकि श्रीगंगानगर, बीकानेर क्षेत्र को तस्करी के मामले में पंजाब जैसा नहीं बनने दिया जाए। उन्होंने बताया- तस्करों से बरामद हुई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत अनुमानित रूप से लगभग 10 से 12 करोड़ रुपए है।

पहले भी तस्करी का प्रयास
ये पहला मौका नहीं है, जब इंटरनेशनल बॉर्डर पर पाकिस्तान की तरफ से ऐसी हरकत की गई है। इससे पहले भी ड्रग्स कंसाइनमेंट भेजे जा चुके हैं। ऐसे पैडलर्स को पहले भी पकड़ा गया है।करीब दो महीने पहले ही पाकिस्तान से हेरोइन की तस्करी करके भारत में बेचने वाले एक तस्कर को बीकानेर की खाजूवाला पुलिस ने पकड़ा था।इससे पहले भी बीएसएफ़ को गश्त के दौरान 10 करोड़ रुपए की हेरोइन मिली थी। बीकानेर-श्रीगंगानगर वाले बॉर्डर एरिया में बीएसएफ की ओर से तीन महीने में तीसरी बार फायरिंग हुई है।दरअसल, जनवरी महीने में पाक रेंजर्स ने दो घुसपैठियों को भारत के अंदर घुसाने की कोशिश में फायरिंग की थी। जिसके जवाब में बीएसएफ की ओर से फायरिंग की गई और दोनों घुसपैठियों को वापस खदेड़ दिया गया। इससे पहले दिसंबर में श्रीगंगागर के अनूपगढ़ सेक्टर में एक ड्रोन पर फायरिंग की गई थी।

पंजाब बॉर्डर पर सख्ती, राजस्थान को टारगेट कर रहे
दरअसल, पंजाब बॉर्डर पर लाइटिंग व सख्ती के चलते अब तस्कर पश्चिमी राजस्थान के रास्ते आने शुरू हो गए हैं। ऐसे में राजस्थान में बॉर्डर पर सक्रियता बढ़ गई है। बीएसएफ डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह ने पिछले एक सप्ताह से बीकानेर सेक्टर में सख्ती के निर्देश दिए हुए हैं। जगह-जगह दबिश भी दी जा रही है।उन्होंने बताया कि 10-15 राउंड फायरिंग की गई। इस दौरान तस्करों को भी पकडऩे का प्रयास किया गया, लेकिन वे भागने में कामयाब रहे। जांच के दौरान अब पुलिस ने दो युवकों को राउंड अप किया है। जिनसे बीएसएफ सहित अन्य एजेंसियां भी पूछताछ करेंगी। सिंह ने बताया कि जवानों की सूझबूझ के कारण ये तस्करी रोकी गई है।