तहलका न्यूज,बीकानेर। राज्य सरकार की ओर से चलाएं जा रहे मिलावट पर वार अभियान के तहत नमूनाकरण की कार्रवाई कर महज लीक पीटी जा रही है। अब तक लिये गये नमूनों की न तो रिपोर्ट सार्वजनिक की गई और न ही मिलावटखोरों पर ठोस कार्रवाई। ऐसे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की खाद्य सुरक्षा की टीम रोजाना दो से चार दुकानों,फैक्ट्रियों पर छापामारी कर वहां के पदार्थों के नमूने ही ले रही है। यहां पाई जाने वाली कमियों की मॉनिटरिंग नहीं होने से स्थिति वहीं ढाक के तीन पात वाली बनी हुई है। आज फिर मुक्ता प्रसाद नगर तथा करनी इंडस्ट्रीयल एरिया में निरीक्षण एवम नमूनीकरण की कार्रवाई की गई। सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि उक्त कार्रवाई मेसर्स माइन वैल इंडस्ट्रीज लिमिटेड तथा मैसर्स माहेश्वरी मसाला पर की गई। कार्रवाई के दौरान यूज्ड कुकिंग तेल, नमकीन एवम मसाला आदि के कुल 6 नमूने लिए गए। उपरोक्त फर्म्स को फूड हैंडलर्स का मेडिकल रिकॉर्ड संधारण करने, पेस्ट कंट्रोल करवाने, पानी की जांच रिपोर्ट का रिकॉर्ड संधारण करने, तैयार खाद्य पदार्थ को पैलेट्स पर रखने के निर्देश प्रदान किए गए। कार्यवाही में खाद्य सुरक्षा अधिकारी भानू प्रताप सिंह, सुरेंद्र कुमार तथा राकेश गोदारा शामिल रहे।

200 से ज्यादा निरीक्षण और 300 से ज्यादा सैंपल के साथ जिला दूसरे स्थान पर
सीएमएचओ डॉ गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री  भजनलाल शर्मा तथा चिकित्सा मंत्री  गजेंद्र सिंह खींवसर द्वारा प्रदत्त निर्देशों की पालना में शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान पूरे दमखम के साथ चलाया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत जिले ने राज्य स्तर पर दूसरा स्थान हासिल किया। जनवरी 2024 से लेकर आदिनांक कुल 203 निरीक्षण किए गए इसमें 308 सैंपल जांच हेतु एफएसएस एक्ट में लिए गए वही 562 सर्विलेंस सैंपल लिए गए। इनमें से 201 सैंपल शुद्ध व स्टैंडर्ड पाए गए जबकि 64 सैंपल फेल हुए। फेल सैंपल में से 46 सब स्टैंडर्ड पाए गए, एक सैंपल मिस ब्रांड था। वही 15 सैंपल अनसेफ और असुरक्षित स्तर के पाए गए। इसके लिए ₹12 लाख से अधिक की पेनल्टी लगाई जा चुकी है। कार्रवाई के दौरान 1,980 किलो खराब खाद्य सामग्री को नष्ट करवाया गया वहीं 12,402 किलोग्राम सामग्री को मौके पर सीज किया गया है।