तहलका न्यूज,बीकानेर। जिला स्तरीय प्रथम गठित समिति (बीसूका) के पूर्व सदस्यमोहम्मद शरीफ सैयद (शेरशाह) ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जामसर के प्रधानाध्यापक पर षडय़ंत्र पूर्ण तरीके से रविवार छुट्टी के दिन का फायदा उठाकर बगैर किसी राजकीय आदेशों के अपने आदमियों को अनाधिकृत रूप से शाला परिसर में प्रवेश में करवाकर सरकारी विद्यालय में निर्मित शाला भवन को डिसमेंटल की निविदा जारी किये बगैर शाला को ध्वस्त करवाने वाले व सरकार समान की चोरी करवाई कि गांव जामसर में राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय जामसर स्थित है इस विधालय का एक बहुत बड़ा परिसर है इसके परिसर में राज्य सरकार के करोडो रूपये खर्च होक र विधालय परिसर में छात्रों के अध्ययन हेतु कई भव्य भवन निर्माण कर रखे है जिसमें कुछ भवन पुराने और नये दोनो मोजूदा हालात में खड़े है। जामसर गांव की ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय (छात्र) जामसर और राजकीय कन्या प्राथमिक विधालय जामसर के भव्य भवन भी राज्य सरकार ने अपने करोड़ों रूपये खर्च करके इन पाठशालाओं का निर्माण किया था। राजकीय प्राथमिक विद्यालय (छात्र) जामसर व राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय इन दोनों पाठशालाओं का स्टाफ, शाला भवन इत्यादि पूर्व में ही राज्य सरकार के आदेशों अनुसार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जामसर में मर्ज कर दिये गये थे। उक्त दोनों प्राथमिक विद्यालय मर्ज होने के पश्चात से ही राउमादि जामसर के अण्डर में है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जामसर के पूर्व परिसर के चारों तरफ बाउन्ड्री वॉल तथा मुख्य गेट भी लगा हुआ है तथा पाठशाला के सभी क क्षा-कक्ष एवं भवन इसी परिसर के अन्दर है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जामसर के प्रशासन द्वारा शाला परिसर में बने हुए कमरों के ध्वस्त करवाने के लिये विभागीय कार्यवाही की थी तथा इस सम्बन्ध में शाला प्रशासन द्वारा अखबार में दो बार निविदा भी जारी की गई थी। परन्तु विभाग की औपचारिकताओं के पूर्ण नहीं होने के क ारण तथा ग्रामीणों के ऐतराज पर शाला प्रशासन ने उक्त निविदाओं को रोक दिया था तथा शाला परिसर में बने कमरों के डिसमेंटल के तकनीकी खामी के कारण उक्त क मरों की निविदा रोक दी गई थी तथा पंचायत समिति बीकानेर के तकनीकी विभाग से इस सम्बन्ध में लिखित राय अथवा रिपोर्ट मांगी गई थी जो तकनीकी विभाग पंचायत समिति बीकानेर द्वारा आज दिनांक तक जारी नहीं की गई है। शाला प्रशासन परिसर में बने जिन कमरो को ध्वस्त करवाना चाहता है प्रशासन द्वारा आज दिनांक तक उक्त क मरों का कोई भी निश्चित नक्शा आदि नहीं बनवाया गया है ताकि डिसमेटल कमरो को चिन्हित किया जा सकें तथा किसी भी विभाग द्वारा शाला प्रशासन की यह लिखित में कहीं भी नक्शा इत्यादि बनाकर या चिन्हित कर डिसमेटल करने के बारे में नहीं लिखा है बिना भौतिक सत्यापन तथा बिना भौतिक मेजरनेट तथा पूर्व की भांति भवन डिसमे ंटल हेतु कोई भी कोई निविदा जारी किये बगैर अवैध तरीके से विभागीय औपचारिक तायें पूर्ण किये बगैर शाला परिसर की सरकारी सम्पति को 7 जुलाई रविवार छट्टी के दिन का फायदा उठार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जामसर के प्राधानचार्य महेन्द्रसिंह ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए अपने कुछ साथियों को जेसीबी मशीन लेकर शाला परिसर में भेजकर शाला परिसर में बने सरकारी भवन को ध्वस्त कर दिया है तथा इन ध्वस्त हुये भवनों में लाखों रूपये लोहे के गाटर, ऐगल, टिन शैड में से कुछ गाटर ऐगल इत्यादि जेसीबी मशीन के साथ आने वाले लोग चौरी कर ले गये तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय के भवन की कमरों की भी सरकारी सम्पति को तोड दिया है,प्रधानध्यापक ने षडय़ंत्र पूर्ण तरीके से रविवार छुट्टी के दिन का फायदा उठाकर बगैर किसी राजकीय आदेशों के अपने आदमियों को अनाधिकृत रूप से शाला परिसर में प्रवेश में करवाकर सरकारी विद्यालय में निर्मित शाला भवन को डिसमेंटल की निविदा जारी किये बगैर शाला को ध्वस्त करवाने वाले व सरकार समान की चौरी क रवाई है,इसमें शामिल लोगों के विरूद्ध जांच कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर क ानून कार्यवाही करवाने एवं शाला परिसर की सरकारी सम्पति को जब्त कर राजकोष में जमा करवाने की मांग की गई है।
बीकानेर पंचायत समिति प्रधान को दिया ज्ञापन
जामसर से एक प्रतिनिधि मंडल ने बीकानेर पंचायत समिति प्रधान लालचंद असोपा को एक ज्ञापन देखकर इस संबंध में उचित कार्यवाही करने का निवेदन किया है ज्ञापन देने वालों में जफर शाह, रसूल शाह, जाकिर शाह, जुल्फिकार शाह, उस्मान शाह, रजाक शाह सहित अन्य ग्रामीण शामिल रहे।