तहलका न्यूज,बीकानेर। जिले के श्रीडूंगरगढ़ के सरकारी टीचर ने 565 किलोमीटर दूर देहरादून में ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया। टीचर छह दिन से लापता था। जिस दिन टीचर घर छोड़कर गया था, उस दिन मोबाइल फोन पर बहन से अंतिम बार बात की थी। कहा था- यह मेरा लास्ट कॉल है। थानाधिकारी इंद्र कुमार ने बताया- श्रीडूंगरगढ़ के गांव बिग्गा के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कार्यरत शिक्षक विनोद कुमार (46) पुत्र नानक सिंह जाट ने 14 सितंबर को देहरादून रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दी थी। पुलिस देहरादून से शव लेकर आई। रविवार (15 सितंबर) को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया।
श्रीडूंगरगढ़ थाना पुलिस ने रविवार को सरकारी टीचर विनोद के शव को परिजनों को सौंप दिया।

बहन से कहा- ये मेरा आखिरी कॉल
श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी इंद्र कुमार ने बताया- 11 सितंबर को विनोद की बहन सरोज पत्नी रामफल जाट निवासी सरदारपुरा (चूरू) ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमें बताया कि 10 सितंबर को विनोद कुमार ने सुबह 7:30 बजे अंतिम बार उसे मोबाइल फोन पर कॉल किया था। इसमें उन्होंने अपने आखिरी कॉल होने की बात कही थी। इसके बाद से उससे संपर्क नहीं हो पा रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।

ट्रेन के आगे कूदते लोगों ने देखा
थानाधिकारी इंद्र कुमार ने बताया- शनिवार की रात देहरादून पुलिस से युवक के ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या करने की सूचना आई थी। बताया गया कि स्टेशन पर मौजूद लोगों ने उसे ट्रेन के आगे कूदते हुए देखा था। देहरादून स्टेशन पर जीआरपी को टीचर विनोद के पास से आइडेंटिटी कार्ड मिला था। इससे उनकी पहचान हुई और श्रीडूंगरगढ़ थाने फोन किया। जिस पर हेड कॉन्स्टेबल देवाराम ने परिजनों को सूचना दी और स्वयं देहरादून पहुंच गए। रविवार को उनके शव को परिजनों को सौंपा गया।