जयनारायण बिस्सा
तहलका न्यूज,बीकानेर। प्रदेश में पिछले साढे़ चार साल सीएम बनने और सीएम कुर्सी बचाने की जंग में निकले के आरोप लगातार विपक्ष लगाता रहा है। लेकिन ऐसा नहीं है कि प्रदेश की राजनीति में ऐसा पहली बार नहीं कि पांच साल के कार्यकाल में एक ही मुख्यमंत्री रहा हो। ऐसा एक बार चार जनों ने पांच सालों में सीएम के पद की शपथ ली है। पहले विधानसभा के बाद गठित कांग्रेस की सरकार में चार जने मुख्यमंत्री रहे। आज तक के इतिहास में ऐसा एक ही बार हुआ है। इसके अलावा एक बार चार जनों ने मुख्यमंत्री पद का पदभार संभाला। इनमें हीरालाल शास्त्री,कदांबी शेषाटार वैंकटाचार,जयनारायण व्यास व टीकाराम पालीवाल शामिल है। जब सातवीं विधानसभा सत्र में कांग्रेस के तीन जने जगन्नाथ पहाडिया,शिवचरण माथुर,हीरालाल देवपुरा मुख्यमंत्री रहे। वहीं दो विधानसभा सत्रों में दो बार मुख्यमंत्री बदले गये है। पांचवी विधानसभा सत्र में कांग्रेस के बरकतुल्ला खां व हरिदेव जोशी,आठवीं विधानसभा सत्र में कांग्रेस के हरिदेव जोशी व शिवचरण माथुर सीएम रहे।
दसवीं विधानसभा के बाद बदला रिवाज
उधर दसवीं विधानसभा के बाद यह रिवाज बदल गया। जब भैरोसिंह शेखावत मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद अब तक जितने भी विधानसभा सत्र रहे है उनके एक ही मुख्यमंत्री ने अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है। हालांकि उन्हें पद से हटाने के लिये अनेक प्रयास जरूर हुए। किन्तु ऐसा हुआ नही। ग्यारहवीं,तेहरवीं और पन्द्रहवीं विधानसभा सत्र में अशोक गहलोत,बारहवीं व चौहदवीं विधानसभा सत्र में वसुन्धरा राजे सीएम बने।
अब तक शिवचरण माथुर रहे सर्वोधिक बार सीएम
1952 से लेकर अब तक तेईस जने सीएम रह चुके है। इनमें सर्वोधिक बार सीएम पद पर काम करने का रिकार्ड शिवचरण माथुर के नाम है। जो प्रदेश के चार बार सीएम रहे। वे 13 नवम्बर 1954 से लेकर 13 मार्च 1967 तक तथा 26 अप्रेल 1967 से 9 जुलाई 1971 तक मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा हरिदेव जोशी तीन बार,भैरोसिंह शेखावत तीन बार,अशोक गहलोत तीन बार,जयनारायण व्यास,शिवचरण माथुर, हरिदेव जोशी व वसुन्धरा राजे दो बार सीएम पद को संभाल चुके है।
सर्वोधिक अवधि इस सीएम की रही,सबसे कम इन्होंने संभाला पद
प्रदेश में सर्वोधिक सीएम पद पर अपना कार्यकाल पूरा करने का रिकार्ड मोहनलाल सुखाडि ़या का रहा। जिन्होंने 16 वर्ष 194 दिनों तक सीएम की कुर्सी संभाली। वहीं अशोक गहलोत ने 14 वर्ष 216 दिनों तक सीएम के पद पर रहे। जो अभी भी बने है। वहीं सबसे कम समय तक हीरालाल देवपुरा मुख्यमंत्री रहे। जिन्होंने महज 15 दिन सीएम की कुर्सी संभाली। इसके अलावा राजस्थान मूल के नहीं होने के बाद भी कंदाबी शेषाटार वैंकटाचार का 110 दिनों तक सीए रहे। आंकड़ों के मुताबित भैरोसिंह शेखावत 10 वर्ष 157 दिन, वसुन्धरा राजे 10 वर्ष 8 दिन तक सीएम पद भी बनी रही।