तहलका न्यूज,बीकानेर। सीनियर टीचर भर्ती पेपर लिक के मास्टरमाइंड अनिल उर्फ शेर सिंह मीणा को प्रमोट करने के मामले में माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल को राज्य सरकार ने पद से हटा दिया है। गौरव को पदस्थापन की प्रतिक्षा (एपीओ) में रखा गया है। फिलहाल जयपुर में ही हाजिरी देनी होगी। दरअसल सोशल मीडिया एप पर रविवार को खुलासा किया गया गया था पेपर लिक के मास्टरमाइंड अनिल उर्फ शेर सिंह मीणा को वाइस प्रिंसिपल से प्रिंसिपल पद पर प्रमोट किया गया है। खबर के बाद राज्य सरकार ने ये आदेश दिए हैं। शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों विभागीय पदोन्नति समिति क ी बैठक की। इस बैठक में अनिल उर्फ शेर सिंह मीणा को भी प्रमोट कर दिया गया था। शिक्षा विभाग ने इतनी भारी लापरवाही की। पहले से बर्खास्त हो चुके शेर सिंह मीणा को प्रमोट कर दिया गया। इतना ही उसका पदस्थापन भी कर दिया गया। हालांकि निदेशक गौरव अग्रवाल ने ही शाम होते-होते इस आदेश को वापस ले लिया था। इसके बाद राज्य सरकार ने सोमवार सुबह गौरव अग्रवाल को ही पद से हटा दिया।

प्रमोट करने से पहले देखा जाता है रिकॉर्ड
शिक्षा विभागीय की पदोन्नति करने से पहले सभी कार्मिकों का रिकार्ड देखा जाता है। प्रत्येक कार्मिक का रिकार्ड चैक किया जाता है। आपत्ति भी मांगी जाती है। डीपीसी होने के बाद भी करीब एक महीने का वक्त रहता है। इसके बाद भी किसी के ध्यान में नहीं आया कि सेवा से बर्खास्त हो चुके कार्मिक को कैसे पदोन्नति दी जा सकती है।