तहलका न्यूज,बीकानेर। जिले में आत्महत्या रोकने के प्रयास लगभग असफल से प्रतीत हो रहे है। हालांकि पुलिस,स्वयंसेवी संस्थाएं अपने स्तर पर आत्महत्या रोकथाम के लिये भरसक जतन कर रही है। उसके बाद भी उनके ये प्रयास नाकाम साबित हो रही है। पिछले तीन दिनों में आत्महत्या के लगभग चार मामले सामने आएं है। शहर के गंगाशहर व कोटगेट थाना इलाके में दो जनों ने मौत को गले लगाया तो श्रीडूंगरगढ़ थाना क्षेत्र में एक जने ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया है। जानकारी मिली है कि पवनपुरी कॉलोनी में रहने वाले 48 वर्षीय संजीव कुमार मेहता ने चौखूंटी फाटक के पास दीपावली वाले दिन ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि मेहता दो-तीन दिनों से मानसिक तनाव में थे। जिसके चलते ये खौफनाक कदम उठाया। इसको लेकर मृतक के बेटे कार्तिक मेहता ने कोटगेट थाने में मामला दर्ज करवाया है। वहीं गंगाशहर थाना इलाके के मोहतासराय में एक व्यक्ति ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मोहतासराय क्षेत्र में नाले के पास रहने वाले फतह अली ने अपने घर में फांसी लगा ली। मृतक के पिता का आरोप है कि उनके पुत्र को उसकी पुत्रवधु प्रताडि़त करती थी। जिसके कारण उसने ये कदम उठाया। पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि फतह की पत्नी रोजाना झगड़ा करती थी और मरवाने की धमकी देती थी। इससे परेशान होकर फतेह ने आत्महत्या कर ली। एसएचओ समरवीर सिंह ने बताया कि आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है। इधर श्री डूंगरगढ़ क्षेत्र में अलसुबह करीब 3.30 बजे एक युवक ने अपने घर के कमरे में ही फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। गांव बापेऊ निवासी 37 वर्षीय परमाराम पुत्र भंवराराम राईका ने कमरे में पंखे के हुक से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सेरूणा थाने के हैड कांस्टेबल महेश कुमार ने बताया कि परिजनों ने युवक के गत एक वर्ष से मानसिक रूप से परेशान होने की रिपोर्ट दी है। आज सुबह परिजन 5 बजे उठे तो युवक फंदे पर लटक रहा था,परिजनों ने उसे तुरंत उतारा और श्रीडूंगरगढ़ अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।