उदयपुर। वर्तमान समय में हर व्यक्ति के पास मोबाइल रहता है। मोबाइल न केवल बातचीत करने का संसाधन रह गया है बल्कि कई महत्वपूर्ण डाटा भी संग्रह किया जाता है। ऐसे में मोबाइल खोने या चोरी होने पर कई लोग मान लेते हैं कि वापस नहीं मिल पाएगा, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।मोबाइल को ढूंढने में सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (सीईआईआर) पोर्टल आपकी मदद करेगा। सीईआईआर पोर्टल को लॉन्च हुए करीब डेढ़ साल हुए हैं। पोर्टल की मदद से देश में 10 लाख से अधिक खोए और चोरी हुए मोबाइल बरामद कर मालिकों तक पहुंचाए गए हैं। वहीं उदयपुर में गत तीन माह में 548 मोबाइल पोर्टल की मदद से पुलिस ने ढूंढे और मालिकों तक पहुंचाए हैं। 5 हजार से लेकर 1.50 लाख तक के मोबाइल पुलिस ने रिकवर किए।

पुलिस ने ट्रेस किए 5 हजार से अधिक मोबाइल
प्रदेश में गत दो जुलाई और अगस्त माह में ऑपरेशन एंटीवायरस चलाया गया। इस अभियान के तहत प्रदेश में 5 हजार से अधिक चोरी और गुम हुए मोबाइल को ट्रेस किया। इस ऑपरेशन में सीईआईआर पोर्टल की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। अकेले मेवाल क्षेत्र में ही पुलिस ने 2.36 लाख संदिग्ध सिम एवं 2.29 लाख आईएमईआई नंबर ब्लॉक करवाए हैं।

मोबाइल चोरी होने या खोने पर यह करना होगा
रिपोर्ट नजदीकी थाने पर दर्ज करानी होगी।
सीईआईआर पोर्टल पर मोबाइल का आईएमईआई नंबर ब्लॉक कराएं।
जब मोबाइल ब्लॉक हो जाएगा तो पोर्टल उसे ट्रैक करेगा।
जब भी कोई मोबाइल का उपयोग करेगा,सूचना पुलिस को पोर्टल के माध्यम से मिलेगी। मोबाइल मिलने के बाद पोर्टल के जरिए मोबाइल मालिक उसे अनब्लॉक भी कर सकते हैं। सीईआईआर सभी नेटवर्क ऑपरेटरों को ब्लैक लिस्टेड मोबाइल उपकरणों की रिपोर्ट साझा करता है।