मूंधड़ा परिवार ने पार की दान की सभी पराकाष्ठा :- पूनमचंद राठी

तहलका न्यूज,बीकानेर। देश के प्रथम बालिका सैनिक विद्यालय की सौगात देने वाले भामाशाह पूनमचंद राठी श्रीमती सी एम मूंधड़ा मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा पीबीएम अस्पताल में निर्माणाधीन मेडिसिन विंग अवलोकन को पधारे| राठी ने बताया कि चिकित्सा के क्षेत्र में दूरदृष्टि सोच रखने वाले महाराजा गंगासिंह के बाद दूसरा बड़ा दान बीकानेर को मेडिसिन विंग के रूप में मिला है| मूंधड़ा ट्रस्ट ने जनता के हित में इस मेडिसिन विंग में जो सुविधाएं प्रदान की है उससे दान की भावना की सभी हदें पार कर दी है| जहां एक और मनुष्य अपने घर परिवार तथा स्वयं के हित में उलझा रहता है ऐसे समय में भामाशाह कन्हैयालाल मूंधड़ा एवं उनके परिजनों ने समाज के प्रति इतना बड़ा दान देकर चिकित्सा के क्षेत्र के इतिहास में अपना नाम अमर कर दिया है| सी एम मूंधड़ा चेरिटेबल ट्रस्ट बीकानेर अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि भामाशाह पूनमचंद राठी जिन्होंने रामनारायण राठी चेरिटेबल ट्रस्ट कोलकात्ता के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा दान देते हुए जयमलसर बीकानेर में 108 करोड़ की भूमि भवन देश के प्रथम बालिका सैनिक विद्यालय पूज्या रामी देवी रामनारायण राठी राजकीय बालिका सैनिक विद्यालय के निमित शिक्षा विभाग राजस्थान को समर्पित किया है जिसका लोकार्पण 11 जुलाई को प्रात: 11 बजे विद्यालय प्रांगण जयमलसर बीकानेर में शिक्षामंत्री मदन दिलावर के मुख्य आतिथ्य में तथा खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल के विशिष्ट आतिथ्य में होगा तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता सुविख्यात उद्योगपति डॉ.विट्ठल दास मूंधड़ा करेंगे| इस अवसर पर रामेश्वरलाल तापड़िया व द्वारकाप्रसाद राठी आदि शामिल हुए|

 

नो एंट्री के आदेशों की हो पुनः समीक्षा : पचीसिया
बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया एवं सचिव वीरेंद्र किराड़ू ने जिला कलक्टर को सड़क सुरक्षा समिति की मीटिंग में भारी वाहनों के लिए लगाई गई नो एंट्री की पुन समीक्षा करवाने बाबत ज्ञापन भिजवाया। ज्ञापन में बताया गया कि 20 जून को आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की गीटिंग में आप द्वारा बिना मौका निरीक्षण एवं आदेश के विश्लेषण किये बिना भारी वाहनों के लिए नो एंट्री के आदेश जारी कर दिए जिसका सीधा प्रभाव उत्पादन व आपूर्तियों के साथ साथ जिले के औद्योगिक व व्यापारिक क्षेत्रों पर पड़ा है।नई व्यवस्था के पश्चात भारी वाहनों का बींछवाल औद्योगिक क्षेत्र,करणी औद्योगिक क्षेत्र,अनाज मंडी,फल व सब्जी मंडी तथा राजीबाजार औद्योगिक क्षेत्र आना जाना ही बंद हो जाएगा। इन स्थानों पर आने के लिए वाहनों को बेवजह टोल देकर व लगभग 25 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी जिससे आयातित माल का भाड़ा भी इकाइयों को अतिरिक्त चुकाना पड़ेगा। बीकानेर में लगभग 500 से भी ज्यादा वाहन बीकानेर की औद्योगिक व व्यापारिक क्षेत्रों में माल लेकर आते हैं और इनको नो एंट्री पर रोक लिए जाने से मुख्य सड़क मार्ग पर जाम की स्थिति भी बन जायेगी और दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी रहेगी। साथ ही जो माल रात के समय इकाइयों के दरवाजे पर पहुंचता है उस माल को खाली करवाने के लिए श्रमिक मिलना भी मुश्किल हो जायेगे और इसका सीधा सीधा असर श्रमिक वर्ग की दैनिक मजदूरी पर भी पड़ेगा। जहां एक और राज्य सरकार प्रदेश के उद्योग व व्यापार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है वहीं दूसरी और बिना मौके का आंकलन किये ऐसे आदेश जारी करना औद्योगिक व व्यापारिक हितों के लिए कुठाराघात होगा।