



तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थान न्यायिक कर्मचारियो के केडर के पुर्नगठन की मांग को लेकर 14 जुलाई को कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेन्द्र नारायण जोशी के नेतृत्व में आमरण अनशन जयपुर में शुरू किया गया था मगर आमरण अनशन के 9 दिन बीत जाने के बावजूद भी राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियो की मांगो पर कोई वार्ता नही करने से व्यथित होकर प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में सम्पूर्ण राजथान के न्यायिक कर्मचारियों द्वारा 18 जुलाई से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश का निर्णय लिया जाकर पूरे प्रदेश में न्यायिक कार्यो का संचालन रोका जाकर जिला एवं तहसील वार अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर बैठे हुए है। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के प्रान्तीय प्रतिनिधि विकास सोलंकी ने बताया कि जयपुर में चल रहे आमरण अनशन के बावजूद आज 9 दिन बीत जाने पर भी राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों के केडर की पुर्नगठन की मांगों पर सहमति नहीं जारी कर राज्य सरकार न्यायिक कर्मचारियों के धैर्य की परीक्षा ले रही है। नारायण दास रंगा ने बताया कि बीकानेर के समस्त न्यायिक कर्मचारी पिछले 5 दिनों से सामूहिक अवकाश पर चल रहे है। जिससे आमजन और अधिवक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है पूरा न्यायिक कार्य ठप हो रखा है। हालांकि कर्मचारीगण भी यह नहीं चाहते कि पक्षकारों व अधिवक्ताओं को न्यायिक कार्यो में असुविधा हो लेकिन न्यायिक कर्मचारी विगत 3-4 वर्षो से केडर के पुर्नगठन की मांग उठाते आ रहे है। लेकिन बावजूद इसके सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाने से प्रत्येक न्यायिक कर्मचारी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। इसी सिलसिले में आज न्यायिक कर्मचारियों की सदभवी मांगों को देखते हुए पी.एच.ई.डी के प्रदेश महामंत्री जय गोापाल जोशी एवं जिलाध्यक्ष अखेचंद मारू ने अपने संबोधन में उच्च न्यायालय के आदेशों की राज्य सरकार द्वारा अवेहलना करने पर दुर्भाग्यपूर्ण बताया। महिला अस्तित्व जागृति फाउंडेशन ने समर्थन दिया। आज 5 वें दिन धरना स्थल पर गिरीराज बिस्सा,गौरीशंकर रतावा,राज नारायण पुरोहित,बलदेव व्यास,राधा किसन किराडू,युसूफ,यूनस,मुख्तियार अली,गोपाल नारायण जोशी,बलदेव व्यास,धीरज,अनुराग,नारायण व्यास,अनिल खन्ना,कमल सैन,घनश्याम हठीला,गिरीराज पुरोहित,शंकर रिठोडिया,श्रवण चौधरी के साथ ही महिला क र्मचारी रश्मि विजय,माधुरी व्यास,हीनाराम चंदानी,पूजा मिश्रा,तपस्या शर्मा भी उपस्थित रहे।