तहलका न्यूज,बीकानेर। देश की सबसे अनुशासित पार्टी में इन दिनों शह मात का खेल देखने को मिल रहा है। बात बीकानेर के अमित शाह दौरे को लेकर हुई शिकायत को लेकर है। जिसमें महापौर को मंच पर जगह नहीं मिलने से खफा होकर प्रदेशाध्यक्ष सहित अनेक पदाधिकारियों को एक शिकायती पत्र लिख पार्टी के महामंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने पद की जिम्मेदारी का दुरूपयोग कर अपने ड्राइवर को केन्द्रीय गृहमंत्री शाह के स्वागत वाली पंक्ति में खड़ा कर दिया। जबकि शिकायत से पहले उन्होंने यह जानने का प्रयास भी नहीं किया कि जिस ड्राइवर की वो शिकायत कर रही है। वह भाजपा के बीकानेर पूर्व के बूथ 171 का अध्यक्ष है। जिसका पहचान पत्र भी प्रदेशाध्यक्ष सी पी जोशी के हस्ताक्षर से जारी किया गया है।ऐसे में पार्टी के आला पदाधिकारियों को पहुंची शिकायत से जिले में गुटबंदी का संदेश गया है। हालांकि पार्टी के स्थानीय नेता इसको गुटबंदी नहीं कह रहे। परन्तु चर्चाओं का बाजार इसको लेकर जरूर गर्म है,वे चाय की थड़ियों पर किस पर गुमान करें जैसी शायरी से एक दूसरे का मन बहलाकर भड़ास जरूर निकाल रहे है।
केन्द्रीय मंत्री ने भी स्वीकारा,प्रोफेशन चाहे कुछ भी हो
उधर बीकानेर प्रवास पर रहे केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इस बात को मीडिया के सामने स्वीकार किया कि वो बीकानेर पूर्व के बूथ 171 का अध्यक्ष है। अब चाहे उसका प्रोफेशन कुछ भी हो। अगर किसी ने शिकायत दर्ज करवाई है तो परिवार का मामला है। कही कुछ नाराजगी वाली बात नहीं है। मेघवाल ने कहा कि पार्टी में लोकतंत्र है ओर सभी को अपनी बात रखने का पूरा हक है।
सोशल मीडिया पर भी चले शब्दों के बाण
ऐसी भी जानकारी सामने आ रही है कि इस शिकायती पत्र के बाद सोशल मीडिया पर भी शायरियों व शब्दों के जरिये एक दूसरे को तंज कसने की बातें की गई। हालांकि जब तहलका न्यूज संवाददाता ने पीड़ित पक्ष से उसकी भावना जानने का प्रयास किया तो उन्होंने पार्टी का अन्दुरूनी मामला बताते हुए कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। हालांकि इस घटनाक्रम के बाद कई नेता दबी जुबां में केन्द्रीय मंत्री से शिकायत कर ओछी हरकत होने की पैरवी भी कर रहे है।