तहलका न्यूज,बीकानेर। बीकानेर संसदीय सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार गोविन्दराम मेघवाल के पक्ष में रामपुरा बस्ती,व्यापारियान मोहल्ला,सीताराम भवन सहित अनेक स्थानों पर नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया गया। जिसमें बोलते हुए पूर्व मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने कांग्रेस का गारंटी शब्द चुरा लिया और कांग्रेस के तर्ज पर गारंटी देने लगे। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने आमजन से वादा किया था कि कालाधन वापस लाया जाएगा,2 करोड़ नौकरियां दी जाएंगी,15-15 लाख रुपये टैक्सपेयर्स के खाते में आएंगे,किसानों की आमदनी दोगुनी की जाएगी,लेकिन हकीकत में इनमें से एक भी वादा मोदीजी पूरा नहीं कर पाए।कांग्रेस ने जो कहा,वो किया। पूर्व मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि भाजपा की सारी गारंटियां खोखली बाते हैं, झूठे वादे हैं। कांग्रेस यदि गारंटी देती हैं तो उसे पूरा भी करती है। चाहे आप ओपीएस देख लो या हर परिवार की महिला मुखिया को 1 लाख रुपए देने की गारंटी। कांग्रेस शासित राज्यों में यह पूरी भी की जा रही हैं। प्रत्याशी गोविन्दराम मेघवाल ने कहा कि भाजपा द्वारा जनता को धर्म के नाम पर,झूठे वादे करके,ध्यान बंटाने वाली बातें बोलकर बरगलाया जाएगा। हमको सतर्क व सजग रहना है। भाजपा के बहकावे में नहीं आना है और इस बार परिवर्तन की इस लहर में कांग्रेस को चुनकर देश में लोकतंत्र को मजबूत करना है। मेघवाल ने कहा कि पिछले 15 सालों में भाजपा प्रत्याशी ने क्या किया। वे अपने कार्यकाल का हिसाब किताब तक नहीं दे पा रहे। उन्होंने आमजन से अपील की कि 19 अप्रैल को सोच समझकर और जागरूक होकर जनता के कल्याण में काम करने वाली कांग्रेस को वोट करना है। पूर्व महापौर मकसूद अहमद ने कहा कि राजस्थान में का ंग्रेस सरकार चिरंजीवी योजना लाई थी,लाखों परिवारों ने इसका लाभ उठाया। लेकिन अब 25 लाख का मुफ्त इलाज कराने वाली योजना भाजपा सरकार ने बंद कर दी है। इसके कारण आमजन जनता इलाज से वंचित हो रही है। किसी कोई इलाज के लिए जमीन बेचनी पड़ रही है तो कोई कर्ज ले रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में महंगाई आसमान छू रही है।उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव आते हैं तो मोदीजी को जनता परेशान नजर आती है, तब सिलेंडर की राशि कम कर राहत का झुनझुना पकड़ा दिया जाता है।इस मौके पर शहर अध्यक्ष यशपाल गहलोत,जियाउररहमान सहित अनेक वक्ताओं ने विचार रखे।