








तहलका न्यूज,बीकानेर। बीकानेर के क्यूमैक्स हॉस्पिटल में चिकित्सा जगत ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। यहां मात्र 26 सप्ताह में जन्मे 680 ग्राम वजनी एक नवजात शिशु को सफलतापूर्वक उपचार देकर नया जीवन दिया गया।यह केस बीकानेर में अब तक का अपनी तरह का पहला और दुर्लभ मामला माना जा रहा है।इस बेहद जटिल और संवेदनशील मामले का इलाज क्यूमैक्स हॉस्पिटल की वरिष्ठ नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ.खुर्शीदा खान और उनकी अनुभवी टीम की निगरानी में किया गया। जन्म के समय शिशु को गंभीर सांस लेने में दिक्कत, अत्यंत कम वजन और संक्रमण का खतरा जैसे कई बड़े स्वास्थ्य जोखिम थे।डॉ.खुर्शीदा खान ने बताया कि शिशु को NICU (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) में विशेष निगरानी में रखा गया,जहां संक्रमण नियंत्रण,पोषण संतुलन और मेडिकल सपोर्ट जैसे सभी अत्याधुनिक उपाय किए गए। लगातार 55 दिनों के इलाज के बाद शिशु का वजन लगभग डेढ़ किलो तक पहुंच गया और वह पूरी तरह स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।शिशु के माता-पिता ने भावुक होते हुए डॉ खुर्शीदा खान और उनकी टीम का दिल से आभार जताया और कहा कि“हमें विश्वास नहीं था कि इतना कम वजनी बच्चा बच पाएगा,लेकिन क्यूमैक्स हॉस्पिटल की टीम ने जो कर दिखाया,वो किसी चमत्कार से कम नहीं है।”बीकानेर में यह मामला नवजात और नियोनेटोलॉजी चिकित्सा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ है और यह सिद्ध करता है कि यदि सही समय पर विशेषज्ञ देखभाल और आधुनिक तकनीक उपलब्ध हो, तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।