जयपुर।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के बेरोजगारी को बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री गहलोत के निर्देश पर कार्मिक विभाग ने प्रदेश में एक फीस, सभी परीक्षा का पैटर्न लागू किया गया है। अब प्रदेश के युवाओं को प्रदेश सरकार और इसके विभाग की होनी वाली सभी परीक्षा के लिए एक बार ही पंजीकरण कराना होगा और एक ही बार शुल्क जमा करना होगा। इसके बाद वह प्रदेश की सभी परीक्षाओं को दे पाएगा।गौरतलब है कि प्रदेश में हर साल 30 लाख से अधिक अभ्यर्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में बैठते हैं। हर परीक्षा के लिए अलग अलग शुल्क कई बार चुकाना पड़ता है। ऐसे में यह परीक्षाएं युवाओं को काफी महंगी हो जाती हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवा अधिकतर कई परीक्षाओं को फार्म भरते हैं। ऐसे में यह बड़ी राहत है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में ऐसा करने की घोषणा की थी।

यह होगा शुल्क
कार्मिक विभाग के जारी आदेशानुसार सामान्य वर्ग के युवाओं को 600 रुपए और प्रदेश के आरक्षित वर्ग में आने वाले युवाओं को 400 रुपए शुल्क देना होगा।इसमें एससी, एसटी, ओबीसी, एमबीसी, ईडब्ल्यूएस और दिव्यांगजन को शामिल किया गया है।

यहां करें आवदेन
कोई भी युवा एसएसओ आईडी जनरेट कर चयन विकल्प पर जाकर एकमुश्त पंजीकरण ले सकता है। यह नियम कर्मचारी चयन बोर्ड, राजस्थान लोक सेवा आयोग सहित प्रदेश की सभी स्वायत्त संस्थाओं जैसे राजस्थान आवासन मंडल, राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम सहित अन्य पर लागू होगा।