तहलका न्यूज,बीकानेर।माता ऐ म्हारे टाबरियों रे, ठंड रा झाला देवो ऐ…सरीखी स्तृति से मंगलवार को शीतला माता से बच्चों की कुशलक्षेम के लिए कामना की गई।मौका था शीतलाष्टमी पर्व का। परम्परा के अनुसार महिलाओं ने परिवार की सुख-स्मृद्धि की कामना के लिए एक दिन पहले घरों में भोजन पकाया और आज अष्टमी के दिन उसका सेवन किया। साथ ही घरों में नई मटकी की पूजा की गई। उसे पर गद्र्घभ की आकृति उकेरी गई। माताजी के ठंड़े (बासी) पकवानों का भोग लगाया गया।

यहां भरा मेला…
शीतला गेट स्थित प्राचीन मंदिर में शीतला माता के पानी, नमक और बासी भोजन चढ़ाया गया। लोगों ने शीतला माता की प्रतिमा का जलाभिषेक किया। इस दौरान मंदिर में दर्शन करने के लिए सुबह से ही दर्शनार्थियों की कतारें रही।
मंदिर के बाहर झूले, खाने-पीने, खिलौनों की अस्थायी दुकानें सजी। महिलओं-बच्चों ने झूलों का लुत्फ उठाया। वहीं मरुनायक चौक स्थित शीतला माता के प्राचीन मंदिर में भी पूजा-अर्चना की गई। जलाभिषेक कर बच्चों के कुशल स्वास्थ्य की कामना की। घरों में सोमवार को ही अलग-अलग तरह के पकवान बनाए गए थे, जिनका सेवन मंगलवार को किया गया।