



तहलका न्यूज,बीकानेर। मास्टर प्लान की अधिसूचना के साथ ही विरोध के स्वर उठने लगे है। इसमें गोचर भूमि के अधिग्रहण को लेकर आपति सामने आने लगी है। जिसको लेकर जहां सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है। वहीं समाजसेवी दिनेश सिंह भदौरिया ने भी बीडीए प्रशासन को आपति पत्र देते हुए गोचर भूमि के अधिग्रहण की स्थिति में आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। भदौरिया ने पत्र में कहा कि नाल रोड स्थित 27 हजार बीघा गोचर पर बीडीए की कुदृष्टि बर्दाश्त नहीं है। इस गोचर को बचाने के लिये पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी,भामाशाह देवकिशन चांडक की टीम ने करीब 40 किमी दीवार का निर्माण करवाया। जिसकी बदौलत यह गोचर भूमाफिया से बच पाया। अब अगर बीडीए मास्टर प्लान के बहाने इस गोचर में आवासीय प्लाट,व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स या अन्य प्लाट काटे गये तो जनहित याचिका दायर करने के साथ साथ आन्दोलन किया जाएगा। फिर भी अगर बीडीए अपनी हठधर्मिता अपनाएगा तो भदौरिया आत्मदाह जैसा कदम उठाने में पीछे नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि वे बीकानेर के विकास में बाधक नहीं है। परन्तु गोचर भूमि गौवंश के लिये पूर्व राजा महाराजाओं ने सुरक्षित की थी। जिसके संरक्षण के लिये पूर्व मंत्री भाटी सहित अनेक भामाशाहों ने आन्दोलन किया। अब अगर इस गोचर भूमि पर किसी प्रकार के अधिग्रहण की स्थिति आएगी तो बीकानेर की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मेरी ओर से बीडीए को आपति दर्ज करवा दी गई है। उस पर सुनवाई नहीं होने पर परिणाम भुगतने को तैयार रहे।