तहलका न्यूज,बीकानेर।खेजड़ी बचाओ पर्यावरण बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ता मोखराम धारणियां,मोतीराम सियाग,मूलचंद सांखला एवं नरसिंह भाटी आज जिला कलेक्टर नमृता वृष्णि की मौजूदगी में वहां पधारे प्रभारी शासन सचिव कृष्ण कुणाल से मिले।और उनसे अनुरोध किया कि वर्तमान में सौलर कंपनियों द्वारा खेजडियों की की जा रही व्यापक कटाई को कलेक्टर द्वारा नहीं रुकवा पाने के कारण ही हम वृक्ष प्रेमियों को लंबे समय से यहां जिले में जगह-जगह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठना पड़ रहा है। खेजड़ी हमारे भविष्य के बड़े हितों से जुड़ी हुई है। अत: इसके व्यापक विध्वंस को हम मूकदर्शक होकर नहीं देख सकते हमारी बारह मांगों में से तीन प्रमुख मांगे अनुप्रयुक्त हो चुके टेनेंसी एक्ट के 100 के जुर्माने को समाप्त कर उसकी जगह 3 लाख रूपये जुर्माना किया जाए खेतों में खड़ी खेजडिय़ों को फसल गिरदावरी से जोड़ा जाकर उनकी सुरक्षा हेतु पटवारी रेंजर व पुलिस को जवाबदेह बनाया जाए। सोलर कंपनियों द्वारा ली हुई जमीनों में शेष बची हुई खेजडियों की गिनती करवाई जाकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। और उन्हें नहीं काटने हेतू सोलर कंपनियों को पाबंद किया जाए आदि मांगें रखी गई ।
इसके बाद धरना स्थल पर हुई सभा में दिवंगत s.d.m.की स्मृति में शोकभिव्यक्ति के बाद डूंगरगढ़ के पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा,भूदान बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण कड़वासरा पूर्व शहर अध्यक्ष यशपाल गहलोत राष्ट्रीय किसान संघ के महावीर प्रसाद राजपुरोहित हेतराम दुलोईया,एडवोकेट जगदीश शर्मा, ग्राम विकास सेवा संस्थान के महासचिव रामेश्वर पूनियां,राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता रायसिंह गोदारा,कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष सुमित वल्लभ कोचर,आनंद सिंह सोढ़ा,सुखराम चौधरी, केदारमल कठातला,लक्ष्मण कड़वासरा,यशपाल गहलोत,आनंद कुमार जोशी,विक्रम स्वामी, सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार हनुमान विश्नोई आदि ने भी विचार रखे।