तहलका न्यूज,बीकानेर।गोपेश्वर महादेव मंदिर गंगाशहर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से सात दिवसीय श्रीराम कथा का भव्य आयोजन किया गया। जिसके पांचवे दिन सर्वश्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री त्रिपदा भारती जी ने प्रभु की कथा के महत्त्व से प्रभुभक्तों को अवगत करवाया। कथा का शुभारंभ मधुसूदन अग्रवाल,राजेश गोयल,नरेश गोयल,बृजमोहन द्वारा पूजन से किया गया । साध्वी जी ने कहा, प्रभु श्री राम का चरित्र हमें श्रेष्ठ बनने का संदेश देता है। एक भाई कैसा होना चाहिए, एक राजा कैसा होना चाहिए,एक पुत्र कैसा होना चाहिए,यह समस्त गुण प्रभु के व्यक्तित्त्व में देखने को मिलते है। साध्वी जी ने कहा श्री राम अपने पिता के वचनों का मान रखने के लिए वनवास की ओर प्रस्थान करते है,और उधर भरत अपने भाई श्री राम को वापिस लाने के लिए उनसे विनती करते है यह घटना हमारे आज के समाज के लिए एक बहुत बड़ी उदाहरण है। जहाँ पर आज के समाज में संपत्ति को पाने के लिए भाई-भाई आपस में लड़ते है। वहीं पर राम कथा में हमें सीखने को मिलता है,की भाईयों का प्रेम कैसा होना चाहिए। हमारा हमारे समाज के प्रति क्या दायित्व होना चाहिए।ऐसे गुण हमारे जीवन में ब्रह्मज्ञान से ही आ सकते है। ब्रह्मज्ञान से तात्पर्य उस ईश्वर को अपने भीतर देखने से है। जब एक पूर्ण गुरु हमारे जीवन में आता है तब वह हमें ब्रह्मज्ञान की दीक्षा देकर हमारे घट में ही परमात्मा का प्रत्यक्ष दर्शन करवा देते है। इसी को आत्मज्ञान कहते है,व ऐसा आत्मज्ञान ही हमारा उत्थान करने में सक्षम होता है। यही एक सभ्य सुसंस्कृति व श्रेष्ठ समाज को साकार रूप दे सकते है और साध्वी जी ने सीता स्वयंवर सुना कर सभी भक्तो को भावविभोर कर लिया । साध्वी जी ने कहा कि प्रभु श्री राम जब सीता स्वयंवर में पहुंचे तो महाराज जनक की शर्त के अनुसार प्रभु ने धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाई और उसे तोड़ दिया प्रभु की प्रत्येक लीला के पीछे कोई न कोई आध्यात्मिक रहस्य निहित होता है और यह लीला भी हमे संदेश देती है की धनुष अहंकार का प्रतीक है । साध्वी जी ने कहा कि प्रभु श्री राम बताना चाह रहे है की जब तक आपके अंतः कारण में अहंकार के मेघ है तब तक राम और सीता का मिलन संभव नही हो सकता । इसके अतिरिक्त अन्य साध्वी बहनों ने सुमधुर भजनों का गायन कथा में किया और कथा का समापन अरविंद मिड्ढा,गोविंद ग्रोवर,बुधराज शर्मा,मदन सोनी,अशोक तंवर द्वारा प्रभु की पावन आरती के साथ किया गया ।