तहलका न्यूज,बीकानेर।बेसिक पी.जी. महाविद्यालय, बीकानेर के वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों ने आज महाविद्यालय परिसर में एक भव्य वाणिज्य प्रदर्शनी ‘‘गैलरी ऑफ कॉमर्स’’ का आयोजन किया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने बताया कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को वाणिज्यिक ज्ञान के व्यावहारिक पहलुओं से परिचित कराना और उनके व्यावसायिक कौशल को प्रकट करने का अवसर प्रदान करना था। डॉ. पुरोहित ने कहा कि हमारे विद्यार्थी इस प्रदर्शनी के माध्यम से अपने सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक धरातल पर लाने में सफल रहे हैं। यह आयोजन भविष्य में उनकी व्यावसायिक यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।प्रदर्शनी के दौरान महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामजी व्यास सहित विभिन्न उद्योगों के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिन्होंने विद्यार्थियों के उत्साह और उनके कार्य की सराहना की। उन्होंने बताया कि वाणिज्य का ज्ञान केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रहना चाहिए। इस प्रकार की प्रदर्शनी न केवल विद्यार्थियों के व्यावसायिक दृष्टिकोण को विस्तार देती है, बल्कि उन्हें वास्तविक दुनिया के चुनौतियों के लिए भी तैयार करती है।कार्यक्रम समन्वयक डॉ. रोशनी शर्मा ने बताया कि इस प्रदर्शनी में 25 से अधिक स्टॉल्स लगाए गए थे, जहां विद्यार्थियों ने वित्त, विपणन, प्रबंधन, और उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर आधारित अपने प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए। प्रमुख आकर्षणों में वित्तीय योजना, डिजिटल मार्केटिंग, व्यवसाय मॉडल्स, ई-कॉमर्स और स्टार्टअप विचार शामिल थे, जो विद्यार्थियों ने अपने शोध और अध्यन के आधार पर तैयार किए थे।प्रदर्शनी में प्रतिभागियों ने अपने विचारों और प्रस्तुतियों के माध्यम से नवीनतम व्यापारिक प्रथाओं, नवाचारों और बाजार की चुनौतियों पर चर्चा की। इस आयोजन ने विद्यार्थियों को उद्योग के विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने और अपने विचारों को परिपक्व करने का भी अवसर दिया। प्रदर्शनी का समापन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ, जहां बेहतरीन प्रस्तुतियों को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा,डॉ. नमामीशंकर आचार्य,डॉ.अंशु भाटी,वासुदेव पंवार,श्रीमती माधुरी पुरोहित,श्रीमती प्रभा बिस्सा,श्रीमती प्रेमलता व्यास,श्रीमती शालिनी आचार्य,श्रीमती प्रीति पुरोहित,सुश्री खुशबू शर्मा,सुश्री समीक्षा हर्ष,सुश्री जाह्नवी पारीक,श्रीमती सीमा शर्मा,श्रीमती संध्या बिस्सा,सीताराम प्रजापत,हितेश पुरोहित,मनमथ केवलिया,पंकज पाण्डे,श्रीमती कृष्णा व्यास,शिवशंकर उपाध्याय आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।