तहलका न्यूज,बीकानेर। वर्षों से बंद पड़ी जर्जर स्कूल की एक दीवार का हिस्सा ढह जाने से दो जने घायल हो गये। जिन्हें पीबीएम अस्पताल ले जाया गया। जानकारी के अनुसार शहर के भीतरी भाग बिस्सों के चौक में वर्षों से बंद पड़ी बिल्ड़िग का पिछला हिस्सा भरभरा कर गिर पड़ा। इस हादसे में 38 वर्षीय मुन्नी देवी व 15 वर्षीय नेहा रॉय घायल हो गये। जिन्हें मोहल्लेवालों की मदद से पीबीएम भेजा गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि जर्जर पड़ी इस बिल्ड़िग को लेकर पार्षद व जमादार ने अनेक बार निगम को सूचना दी है। फिर भी निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा था। जिसका खामियास आज एक परिवार को भोगना पड ़ा। किराए के मकान में रह रहे इस परिवार के घायल दोनों ही जनों की स्थिति स्थिर बनी हुई है। गौर करने वाली बात तो यह है कि जिस जगह यह हादसा हुआ है वह प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला का मोहल्ला है। जहां तीन से चार मकान जर्जर हालत में है। जो कभी भी गिर सकते है। जर्जर इस बिल्ड़िग में सरकारी स्कूल संचालित हुआ करती थी।
इसी मोहल्ले में अनेक मकान पड़े है जर्जर,कभी भी हो सकता है हादसा
हालात यह है कि इसी मोहल्ले में ऐसे कई मकान है जो जर्जर हालत में पड़े है। जो इस मानसून की बारिश के चलते गिर सकते है। हालांकि इसको लेकर जमादार गणेश चन्देलिया से बात की तो उन्होंने कहा कि निगम को सूचित किया हुआ है। कुछ मकानों के नोटिस भी चस्पा है। वहीं पार्षद प्रदीप उपाध्याय ने बताया कि निगम हमेशा हादसे के बाद चेतता है। कई बार लिखित व मौखिक रूप से अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। फिर भी निगम की नींद नहीं खुल रही है।
स्थानीय लोगों में रोष
उधर इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में घटना को लेकर रोष है। निवासी सुरेश रंगा का कहना है कि कितनी बार इस बारे में निगम प्रशासन को अवगत कराया गया है। फिर भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। लगता है निगम व प्रशासन के आलाधिकारी किसी बड़े हादसे के इंतजार में है। वहीं संजय बिस्सा ने कहा कि निगम प्रशासन हादसों के बाद भी सजग नहीं होता। कुछ दिन पहले एक बुजुर्ग की इसी तरह के हादसे में मौत हो गई थी। उसके बाद निगम के अधिकारियों ने खानापूर्ति कर इतिश्री कर ली। सामाजिक कार्यकर्ता रामजीवन व्यास ने भी हादसे पर रोष जताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में ऐसी कई बिल्ड़िग है जो जर्जर हालात में है और कभी भी गिर सकती है। प्रशासन को चाहिए कि वे जल्द इस ओर ध्यान दें।