




तहलका न्यूज,बीकानेर। रेलवे की ओर से हाल ही में लागू किए गए नए वेटिंग टिकट नियमों के चलते यात्रियों में असंतोष है। इन बदलावों के बाद से ट्रेनों में टिकट कैसिलेशन की संख्या में इजाफा हुआ है,इससे यात्रियों को परेशानी होती है। यहां पर प्रतिदिन से बीस से तीस टिकट वेटिंग में कैंसिल किए जा रहे हैं। खासकर लंबी दूरी की ट्रेनों में यह संख्या अधिक है।
वेटिंग टिकट कैंसिल कराना ही विकल्प
रेलवे की नई व्यवस्था के अनुसार,अब वेटिंग टिकट धारक यात्री स्लीपर और एसी कोच में यात्रा नहीं कर सकते हैं। यह नियम पहले केवल ऑनलाइन बुकिंग पर लागू था,लेकिन अब इसे ऑफलाइन टिकट पर भी लागू कर दिया गया। पहले ऑफलाइन टिकट बुकिंग में वेटिंग क्लियर नहीं होती थी तो यात्री को संबंधित कोच में यात्रा की अनुमति मिलती थी, लेकि न नई नीति के बाद वेटिंग में टिकट कैंसिल कराना ही एक विकल्प है।
रिफंड के नियम भी कठोर
रेलवे की ओर से वेटिंग टिकट के रिफंड के नियम भी कठोर कर दिए हैं। अब कैंसिल टिकट की राशि का केवल 40 प्रतिशत ही वापस किया जाता है और इसमें भी 15 दिनों का समय लग रहा है। कई यात्रियों का मानना है कि नई व्यवस्था से यात्री सुविधाओं पर बुरा असर पड़ेगा और यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ेगा।