तहलका न्यूज,बीकानेर।गर्मी का दौर शुरू होने के साथ ही बिजली की लुका-छुपी भी शुरू हो गई। पारा भी 45 डिग्री के करीब पहुंचने लगा। ऐसे में लोगों ने गर्मी से निजात पाने के लिए पंखे,कूलर, एसी चालू कर दिए। इस प्रकार बिजली का लोड बढऩे लगा है और लोड बढऩे के कारण बार-बार बत्ती गुल हो रही है। कई बार तो दिन में कई-कई बार लाइट जाती है। शुक्रवार रात हुई बारिश के बाद तो पूरा शहर कई बार बिजली जाने से त्रस्त हैं। जब लोग इसकी शिकायत कंपनी के कंट्रोल रूम में करते हैं तो पता चलता है कि गर्मी के कारण लाइन ट्रिप हो गई है। ऐसे में यह बात सामने आती है कि बिजली कंपनी हर वर्ष करोड़ों रुपए का मेंटेने ंस और लाइनों को दुरुस्त करती है वह काम कहां किया जाता है और गर्मी के समय कहां गायब हो जाता है। जानकारी अनुसार शहर की कई कॉलोनियों और मोहल्लों में प्रतिदिन बिजली का यह शेड्यूल हो गया है कि दो-तीन बार बिजली गुल होती ही है। ऐसा भी नहीं है कि बिजली दो-तीन बार ही जाएगी। कई बार तो अघोषित बिजली कटौती भी कर दी जाती है।

बिजली अधिकारी फोन नहीं उठाते
बिजली जाने के संबंध में जब लोग बीकेईसीएल के संबंधित सब स्टेशनों के स्टाफ से अभियंताओं से संपर्क करते हैं तो अधिकारी फोन उठाने की जहमत नहीं करते। परेशान होकर लोग जब कार्यालय के चक्कर लगाते हैं,तो वही रटा-रटाया जवाब पदस्थ कर्मचारियों द्वारा दिया जाता है कि लोड बढ़ाने के कारण लाइन ट्रिप हुई है। कभी यह कहा जाता है कि हमें भी नहीं जानकारी की किस कारण लाइट गई है,दिखवाते हैं।

व्यापार-कारोबार प्रभावित
बार-बार बिजली गुल होने से न केवल शहरवासी परेशान हो रहे हैं बल्कि बिजली पर आधारित कई ऐसे व्यवसाय है जो बिना बिजली के नहीं संचालित हो सकते वह भी प्रभावित हो रहे हैं। कारोबारी का कहना है कि बार-बार बिजली जाने से कंप्यूटर और अन्य उपकरण भी खराब हो रहे हैं। इतना ही नहीं बार बार बिजली की आवाजाही से श्वास,ह्दय संबंधित रोगियों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।

उपलब्ध नहीं है पर्याप्त स्टाफ
जानकारी मिली है कि बिजली कंपनी की बिजली संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिये बनाई गई टीम में स्टाफ भी पर्याप्त नहीं है। कार्य की अधिकता के चलते अनेक लाइन मैन काम छोड़कर जा चुके है। जिससे पूरे शहर की बिजली व्यवस्था दुरूस्त करने के लिये प्रबंधन का अभाव है। जिसके कारण चंद मिनटों में आने वाली बिजली में घंटों लग जाते है।