तहलका न्यूज,बीकानेर। जिला पुलिस ने नशे के खिलाफ अपने अभियान को एक बार फिर सख्ती से आगे बढ़ाते हुए जसरासर गांव निवासी शंकर लाल के पास से करीब 2 किलोग्राम अवैध अफीम बरामद की है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सागर के नेतृत्व में की गई और जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ जारी युद्ध में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। इस कार्रवाई को एडीशनल एसपी सिटी सौरभ तिवारी के सुपरविजन में अंजाम दिया गया,जबकि नापासर थाना अधिकारी लक्ष्मण सुथार ने नेतृत्व किया। इसमें डीएसटी टीम और नापासर पुलिस थाना की संयुक्त टीम शामिल रही।

कार्रवाई का तरीका गोपनीयता और साहसिकता की मिसाल
सूचना के आधार पर पुलिस की संयुक्त टीम ने जसरासर गांव में दबिश दी। तलाशी के दौरान शंकर लाल के पास से करीब 2 किलो अवैध अफीम बरामद हुई। यह अफीम ऐसे पैकेज में रखी गई थी जो सीधे तौर पर इसके वितरण के लिए तैयार की गई प्रतीत हो रही थी। इस पूरी कार्रवाई में डीएसटी के एएसआई दीपक यादव की भूमिका बेहद अहम रही। उन्होंने समय पर सूचना को सत्यापित कर कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की और मौके पर सक्रिय नेतृत्व दिया।

एसपी सागर का स्पष्ट संदेश नशे के लिए बीकानेर में कोई जगह नहीं
पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सागर ने कहा,नशा और इसके कारोबारी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। बीकानेर को नशा मुक्त बनाने का संकल्प हमने लिया है और इस दिशा में हम लगातार बड़े कदम उठा रहे हैं। उन्होंने इस कार्रवाई में शामिल सभी पुलिसकर्मियों की सराहना की और कहा कि आगे भी ऐसे अभियान तेज़ी से चलाए जाएंगे।

ग्रामीण इलाकों में बढ़ता मादक पदार्थों का खतरा
बीकानेर जैसे सीमावर्ती जिलों में हाल के वर्षों में नशे की गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। तस्कर ग्रामीण क्षेत्रों को सुरक्षित ठिकानों और ट्रांजिट प्वाइंट्स के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। विशेष रूप से अफीम और अन्य मादक पदार्थों की अंतरराज्यीय आवाजाही की आशंका को देखते हुए अब पुलिस की निगरानी और भी सख्त कर दी गई है। जसरासर जैसे गांवों में अफीम की मौजूदगी यह दर्शाती है कि नशा अब केवल शहरी नहीं, बल्कि ग्रामीण जनजीवन को भी प्रभावित कर रहा है। पुलिस ने शंकर लाल को हृष्ठक्कस् एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है। प्रारंभिक पूछताछ से कई सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर पुलिस आगामी दिनों में और गिरफ्तारियां कर सकती है।