




तहलका न्यूज,बीकानेर।मुस्लिम समुदाय का प्रमुख त्योहार बकरीद (ईद उल अजहा) आज मनाया गया। त्याग और बलिदान का पर्व ईद-उल-अज़हा के मौके पर बीकानेर की ईदगाह में 7 बजकर 45 मिनट पर नमाज हुई। नया शहर थाना स्थित बड़ी ईदगाह में में सामुहिक रूप शहरकाजी जनाब शाहनवाज़ हुसैन ने नमाज अदा करवाई और देश में अमन चैन की दुआ की। इस मौके पर काजी साहब ने कहा कि यह पर्व इंसान को बुराइयों से दूर रहने की सीख देता है। उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा का आह्वान किया। बाद में सभी ने एक दूसरे को गले मिलकर ईद की बधाइयां दी।नमाज़ के बाद क़ुर्बानी का दौर चला। इस मौके पर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए। हाफिज फरमान अली ने कहा कि हमारे शहर बीकानेर की गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है। इससे हिंदुस्तान के लोगों को सिख लेनी चाहिए। हमारे ईदगाह के आसपास हिंदू भाई रहते जो ईद के समय एक मिसाल के रूप में आगे बढ़कर व्यवस्था करने में पूर्ण सहयोग करते हैं। इनको का बहुत आभार प्रकट करता हूं। हमारे यहां की प्रशासन पुरी तरह सहयोग करता रहा है। ईदगाह कमेटी के प्रवक्ता एन डी कादरी कहा कि हमारे शहर के प्रशासन का आभार प्रकट करते हैं जो समय समय पर ऐसे सभी धर्म के तीज त्यौहार पर माकुल व्यवस्था बनाए रखने में भरपूर योगदान देते हैं। इस अवसर पर ईदगाह में पूर्व महापौर हाजी मकसूद व कांग्रेस सेवादल प्रदेश उपाध्यक्ष कमल कल्ला ने कहा कि त्याग व बलिदान के त्योहार को मनाने के साथ साथ गरूर, अंहकार का त्याग ही त्योहार की खुबसूरत बना देता है। सांसद प्रत्याशी मदनलाल मेघवाल, वरिष्ठ कांग्रेसी सांगीलाल,कांग्रेस नेता ओमप्रकाश,अनवर अजमेरी,अयूब खान क़ायमखानी,मोहम्मद सलीम,मोहम्मद हक़,मोहम्मद शोयब,इस्माइल खिलजी,शाकिर चोबदार,मोहम्मद साहिल आदि ने सबको ईद की मुबारकबाद दी ।इस अवसर पर कमल कल्ला ने कहा यह त्यौहार कुर्बानी का त्यौहार है। हमें नफरत की भी कुर्बानी करनी चाहिए ताकि हमारा देश मोहब्बत के साथ आगे बढ़ सके।मकसूद अहमद ने कहा ईद उल अजहा का अर्थ खुशी से कुर्बानी करना हैयह त्यौहार हजरत इब्राहिम अलेह इस्लाम की सुन्नत भी है ईद अल अजहा अल्लाह की राह में जानवर के साथ-साथ सब कुछ कुर्बान करने का संदेश देती हैजैसे झूठ, घमंड,नफरत,बुराई,धोखा,गिब्बत,बदगुमानी,त्याग,तपस्या,बलिदान, दूसरों की गलती को माफ करना यही संदेश हमें ईद उल अजहा देती है ।