तहलका न्यूज,बीकानेर।बिनानी कन्या महाविद्यालय में आज राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय विशेष शिविर के दौरान ‘‘स्वयं से पुनः जुड़े: समग्र स्वास्थ्य’’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमे विषय विशेषज्ञों के रूप में मनोवैज्ञानिक व मनोचिकित्सक मिस रिधि डूमरा, नेचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. वत्सला गुप्ता तथा योग विशेषज्ञ अमनराज सिंह के सहित महाविद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष शंकरलाल हर्ष, सचिव गौरीशंकर व्यास, सदस्य कमल कल्ला व प्राचार्या डॉ. अरूणा आचार्य प्राध्यापक व छात्राऐं उपस्थित थी।
कार्यक्रम की शुरूआत माँ शारदे के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व पुष्प अर्पण तथा संगीत विभाग की छात्राओं के द्वारा ‘‘हम पर दया जगदीश कर’’ की प्रार्थना के साथ हुई।
रिधि डूमरा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपनी धूल को हटाने तथा अपने अंदर की ज्योति जलाने की फिर से आवश्यकता है क्योंकि यह एक मात्र तरीका है जिससे आप अपने मूल व्यक्तित्व से जुड़ सकते है।डॉ.वत्सला गुप्ता ने छात्राओं को अपने संबोधन के दौरान बताया कि नेचुरोपैथी एक ऐसी पद्धति है जिसमें बिना दवाओं के ईलाज संभव किया जाता है। नेचुरोपैथी में पंचतत्वों पर आधारित चिकित्सा पद्धति को अपनाया जाता है।योग विशेषज्ञ अमनराज सिंह ने सम्बोधित करते हुए छात्राओं को कहा कि प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, ताड़ासन आदि अनेक पद्धतियों से हमारा शरीर तनाव मुक्त होता है तथा पुनः ऊर्जान्वित होकर कार्य करने में कुशलता को प्राप्त करता है। कार्यशाला के दौरान ही उन्होंने कुछ आसन्न छात्राओं से करवाये।महाविद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य कमल कल्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक विद्यार्थी को पाठ्य पुस्तकों के साथ जीवन का अनुभव भी लेना चाहिए। क्योंकि जीवन ही वह रंगमंच है जंहा पर स्वयं को परिपक्व कर अपने आप को स्थापित किया जा सकता है।प्रबंध समिति सचिव गौरीशंकर व्यास ने आगन्तुकों को धन्यवाद देते हुए बताया कि कर्म एवं संकल्प से ही अपने आपको व्यवस्थित किया जा सकता है उन्होंने गीता के 18वें अध्याय के बारे में बोलते हुए कहा कि व्यक्ति को परामर्श देना श्रेयस्कर ना कि निर्णय देना। स्वयं के विचारों पर कार्य ही व्यक्ति को महान बनाता है।अध्यक्षीय भाषण में शंकरलाल हर्ष ने कहा कि महिला शक्ति वैसे भी आत्मबल से सरोबार होती है। उस पर अगर योग, नेचुरौपैथी एवं मानसिक जैसी शक्तियों से सरोबार हो जाये तो और अधिक सुदृढ़ हो सकती है।कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय कम्प्यूटर व्याख्याता डॉ. रामकुमार व्यास ने छात्राओं को स्किल इण्डिया के विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि व्यावसायिक कुशलता व्यक्ति के जीवन में चार चांद लगा देती है।डॉ.अशोक व्यास ने खेलों बिनानी कार्यक्रम के ब्रॉसर का विमोचन करवाया जिसमें महाविद्यालय खेल अधिकारी महेश पुरोहित,इजी.मुकेश बोहरा, डॉ सीमा बिस्सा, पलवी पुरोहित आगन्तुको के साथ शामिल हुए। खेलो बिनानी कार्यक्रम दिनांक 22 से 24 दिसंबर तक आयोजित होगा।
कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी व्याख्याता गजानन्द व्यास ने किया।