तहलका न्यूज,बीकानेर।मानव अधिकार प्रोटेक्शन राज. का प्रगति संकल्प समारोह  रविवार को जिला उद्योग संघ के सभागार में आयोजित हुआ।समारोह में मानव अधिकार आयोग के कार्य और कर्तव्य के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मानव अधिकार प्रोटेक्शन राज. के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि मानव केअधिकारों की रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है।आज जरूरी नहीं कि हर मानव को अपने अधिकारों के बारे में जानकारी हो,जिन्हें जानकारी है वह ठीक हैं,लेकिन जिन लोगों को मानव अधिकार के बारे में कुछ भी नहीं मालूम, वह शोषण का शिकार होते हैं। जानकारी के अभाव में उनके अधिकारों का हनन किया जाता है और हमारी संस्थान का यह प्रयास है कि कम से कम देश के हर नागरिक को अपने अधिकारों के बारे में पता होना चाहिए। यही कारण है कि आज मानव अधिकार प्रोटेक्शन देश के पच्चीस राज्यों में लाखों सदस्यों के बल पर जुल्म और शोषण के खिलाफ आवाज उठाकर लोगों को जागरुक कर रहा है। जिस तरह से संगठन के साथ महिलाओं और पुरुषों का जुड़ाव हो रहा है, लगता है कि आने वाले समय में यह संगठन और मजबूती के साथ मानव हित में काम करेगा।इस मौके पर संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा ने कहा कि दस दिसंबर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने एक मानव अधिकार प्रस्ताव पास किया। मानव अधिकारों के संबंद्ध में एक विस्तृत नियम कायदे जो संयुक्त राष्ट्र संघ से जुड़े देशों के लिए लागू किया।हमारे देश में जब संविधान लागू हुआ,इसमें संविधान की आत्मा है,उसमें लिखा है,व्यक्ति के विचार और मौलिक अधिकारों को आगे बढ़ाते हैं।संविधान में मौलिक अधिकारों में जिनमें धार्मिक,वैचारिक इन सारे मौलिक अधिकारों के आधार पर न्यायिक प्रणाली है,उनको संरक्षण देेने की दिशा में काम कर रही है। देश में संविधान लागू होने के बाद बहुत सारी व्यवस्थाएं,बहुत से संगठन और संस्थान मानव अधिकार के हित में काम कर रहे हैं।विशिष्ट अतिथि जी एस टी कमिश्नर ओ पी गोदारा ने अपने संबोधन में कहा कि मानव अधिकार का गठन जब से किया गया है, तब से यह निरन्तर काम कर रहा है। आज भी मानव अधिकार मानव के हितों के लिए लड़ रहा है।मानव अधिकार अपने आप में एक शब्द है।लेकिन पहले हमें यह समझना होगा कि मानव अधिकार है क्या..?, मानव की गरिमा और सम्मान को बचाने के लिए मानव अधिकार कार्य करता है।बहुत कम लोग अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करते हैं।अधिकांश नहीं करते! क्यों..? क्योंकि यह हमारे सोच में शामिल हो गया है।लेकिन हमें सोच बदलनी होगी, अन्याय के खिलाफ लड़ेगें तो हमें भगवान ताकत देता है।इसलिए अपनी सोच और स्वभाव बदलकर तार्किक होना पड़ेगा। महिला जिला अध्यक्ष विनिता नाहटा ने अपने संबोधन में संगठन के प्रति निष्ठा जताई और कहा कि जब भी कहीं भी कोई पीडि़त शोषित या दमित हमसे संपर्क करता है, हम उनके साथ खड़े रहते हैं और आगे भी खड़े रहेंगे।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश प्रभारी कमल किशोर शर्मा ने आए हुए आगंतुको का धन्यवाद करते हुए कहा कि हमें हमारे संगठन के अंतर्गत उन लोगों का सहयोग करना है,जो असुरक्षित हैं, आजाद देश में भी गुलामों की तरह रह रहे हैं,जिन्हें अपने अधिकारों की जानकारी तक नहीं है।जो सामाजिक या प्रभावशाली व्यक्तित्व से प्रताडि़त हो रहे हैं। इसलिए आप सभी को संगठन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना है।इस अवसर पर जिला अध्यक्ष जुगल किशोर शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि मानवाधिकार मनुष्य के वे मूलभूत सार्वभौमिक अधिकार है जिनसे मनुष्य को नस्ल,जाति,राष्ट्रीयता,धर्म,लिंग आदि किसी भी दूसरे कारक के आधार पर वंचित नहीं किया जा सकता। सिर्फ कानून बना देने से मानवाधिकार की रक्षा नही होगी,इसके लिए सभी जन को शिक्षित बन कर लडऩे की आवश्यकता है।मानव अधिकार जिले में ऐसा वातावरण बनाने की कोशिश करेगा जिस से आमजन जागरूक हो सकें और इस संस्था से जुड़कर संस्था को और मजबूत बना सकें।जिला महासचिव अनुज अग्रवाल,जिला सचिव राजेंद्र सिंह पडि़हार,पीयूष जोशी,महेश शर्मा उपाध्यक्ष रामेश्वर पनेचा,सवार कुमार उपाध्याय,राधेश्याम पंचारिया,विशिष्ट अतिथि बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष डी पी पचीसिया,बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विवेक शर्मा और न्यूरो सर्जन डॉ कपिल पारीक ने भी संबोधित किया और कहा कि मानव को अधिकार है, इसकी जानकारी आपको और हमको होनी चाहिए।बीकानेर छोटी काशी है,यहां हर आदमी में सेवा का भाव है,यहां तीन आश्रम संचालित होते हैं।वहां आने वालों को प्रभुजी के नाम से संबोधित किया जाता है।मानव अधिकार के बारे में सभी को जानकारी होनी चाहिए।इससे पूर्व कार्यक्रम के आरंभ में आए हुए अतिथियों ने कार्यक्रम की शुरुआत भगवान गणेश जी की प्रतिमा पर माला पहनाकर एवं पुष्प अर्पित किए और राष्ट्र गान से संकल्प समारोह का शुभारम्भ किया। आए हुए अतिथियों का जिला संगठन की ओर से माला पहनाकर,शॉल ओढ़ाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में बीकानेर दाल मील एसोसिएशन के अध्यक्ष जयकिशन अग्रवाल, उद्यमी राजेश गोयल, महिला संगठन संचालिका राखी चौरडिय़ा सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन मौजूद रहे। मंच संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।