जयपुर।राजस्थान की भजनलाल सरकार के दो साल पूरा होने के साथ एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा तेज होने लगी है।हाल ही सीएम भजनलाल शर्मा और पीएम मोदी की मुलाकात ने इस अटकलों को और हवा दे दी है,जिसने प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल की सुगबुगाहट तेज हो गई है।इसके बाद शीर्ष स्तर ने मंत्रिमंडल विस्तार की हरी झंड़ी दे दी है।बताया जा रहा है कि संगठन के बी एल संतोष से नामों की चर्चा के उपरान्त एक सूची लेकर अगले सप्ताह तक सीएम फिर दिल्ली का दौरा करेंगे और उसके बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।इसमें कई मंत्रियों की छुट्टी भी की जा सकती है। उनके स्थान पर नयों को जिम्मेदारी मिल सकती है।

वसुंधरा कैंप की ओर से क्या है दबाव ?
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा भी तेज हैं कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे गुट से भी लगातार मंत्रिमंडल विस्तार का दवाब बनाया जा रहा है।पहले भी कई बार ऐसी चर्चाएं हो चुकी है, जिसमें वसुंधरा राजे समर्थकों लोगों को कैबिनेट में शामिल होने की बात कही गई है।अब माना जा रहा है कि बिहार चुनाव पूरे होने के साथ ही वसुंधरा राजे कैंप के कई नेता मंत्रिमंडल में शामिल होंगे।मिली जानकारी के अनुसार कार्यकाल में मंत्री रहे,कालीचरण सराफ,अनिता भदेल,श्रीचंद कृपलानी और पुष्पेंद्र सिंह राणावत को फिर से मौका मिल सकता है।इसके अलावा जयदीप बिहाणी,हंसराज मीणा,आदूराम मेघवाल,रामविलास मीणा जैसे नामों को लेकर भी चर्चा है।जानकारी यह भी है कि कांग्रेस के सबसे बड़े गढ़ में सेंध लगाने वाले राजेंद्र भांबू को भी मंत्री बनाकर इनाम दिया जा सकता है।

कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए नेता भी मांग रहे मौका
मीडिया रिपोटर्स के अनुसार पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले नेता भी लगातार मंत्रिमंडल में एंट्री के लिए जुगत लगा रहे हैं। गहलोत सरकार में मंत्री रहे लाल चंद कटारिया,ज्योति खंडेलवाल,ज्योति मिर्धा और राजेंद्र यादव को लेकर खास चर्चा बनी हुई है।

कई मंत्रियों की होगी छुट्टी
मिली जानकारी के अनुसार चूंकि प्रदेश की सरकार को दो साल हो गए हैं।ऐसे में माना जा रहा है कि रिपोर्ट कार्ड के आधार पर भी नई कै बिनेट का ड्रॉफ्ट तैयार किया जाएगा।इसमें उन मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है, जो एक्टिव नहीं रहे।लिहाजा यह भी कहा जा सकता है कि नए कैबिनेट में नए चेहरों के शामिल होने के साथ ही कई पुराने चेहरों की छुट्टी भी हो सकती है।

जानिए अभी क्या है स्थिति
उल्लेखनीय है कि भजनलाल कैबिनेट में फिलहाल 6 पद रिक्त हैं।वर्तमान में मुख्यमंत्री सहित कुल 24 पदों पर मंत्री विराजमान है जबकि कुल विधानसभा सदस्यों के अधिकतम 15 फीसदी सदस्यों को मंत्री बनाया जा सकता है।इस हिसाब से राजस्थान में 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं।आने वाले दिनों में 6 और नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है।