

27 जनवरी को करेंगे बड़ा आंदोलन
तहलका न्यूज,बीकानेर।प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है और सरकार की नीति भ्रमित हो गई है। जो पार्टी गौमाता के नाम से,साधु-संतों यानि भगवा के दम पर सरकार बना सकी है वो यदि पथ भ्रमित हो जाए तो उसे मार्ग दिखाना भी हमारा कर्तव्य है।यह उद्गार राष्ट्रीय संत सरजूदासजी महाराज ने सोमवार को गोचर ओरण संरक्षण मुद्दे पर रानी बाजार स्थित गोदावरी पैलेस में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।महामंडलेश्वर सरजूदासजी महाराज ने सरकार व प्रशासन को 26 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया है अन्यथा 27 जनवरी को बड़े स्तर पर आंदोलन-प्रदर्शन किया जाएगा।अखिल भारतीय गोचर गोवंश संरक्षक संस्थान,गोचर ओरण संरक्षण समिति राजस्थान (बीकानेर),अखिल भारतीय संत समिति एवं अनेक प्रमुख सामाजिक संगठनों व संत-महात्माओं के सान्निध्य में आयोजित इस प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए महामंडलेश्वर सरजूदास जी महाराज ने कहा कि गत चार माह से चल रहे विरोध के बावजूद जिला प्रशासन व सरकार द्वारा गोचर भूमियों को पुन: गोचर भूमि के रूप में रखने हेतु कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इससे पूरा सन्त समाज,गौसेवक,गौपालक व बीकानेर की पूरी जनता में आक्रोश व्याप्त है।सरजूदास जी ने कहा कि जो गौभक्त होगा वो आंदोलन में शामिल होगा,ये धर्मनीति है यहां राजनीति का कोई स्थान नहीं। न्यायालय में शरण लेने को लेकर पूछे गये प्रश्न पर महाराजश्री ने जबाब देते हुए कहा कि निगम आयुक्त ने कोर्ट से डबल स्टे ले रखा है।
निकाय-पंचायत चुनाव में होगा बड़ा नुकसान
सरजूदास महाराज ने कहा कि सरकार ने संतों की बात नहीं मानी तो आने वाले निकाय व पंयायत चुनाव में भाजपा को बड़ा नुकसान होगा। नेत्रहीन सरकार व प्रशासन अपनी हठधर्मिता को नहीं छोड़ेगा तो उसका हश्र भी उसे भोगना पड़ेगा।
40 हजार बीघा गोचर भूमि पर है सरकार-प्रशासन की नजर
गोचर ओरण संरक्षण समिति के संयोजक शिवकुमार गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार के नोटिफिकेशन दिनांक 01.09.2025 द्वारा गोचर भूमियों को बीकानेर विकास प्राधिकरण के नाम दर्ज करने के आदेश दिये गये हैं साथ ही इन्ही आदेशों के आधार पर बीकानेर के नये मास्टर प्लान 2023 से 2043 में शरह नथानिया,सुजानदेसर,भीनासर व उदयरामसर की करीब 40 हजार बीघा गोचर भूमियों का आवासीय एवं कॉमर्शियल भू उपयोग प्रस्तावित किया गया है। जो गैर कानूनी व आम जनता की धार्मिक भावना का आहत करने वाला है। गहलोत ने बताया कि धरना, प्रदर्शन,क्रमिक अनशन,बीकानेर बन्द,भूख हड़ताल सहित हर प्रकार का प्रयास किया जाएगा ताकि सरकार की आंखें खुले।
गोचर में लाखों खेजडिय़ां, पूरे शहर को मिलती है ऑक्सीजन
गौसेवक मनोज सेवग ने कहा कि बिश्नोई समाज द्वारा चलाये जा रहे खेजड़ी आन्दोलन का भी समर्थन करते हैं। खेजड़ी के प्रति धार्मिक आस्था है और गोचर भूमियों में भी लगभग 3-4 लाख से अधिक खेजड़ी वृक्ष हंै ऐसी स्थिति में पूर्ण ताकत के साथ खेजड़ी आन्दोलन का समर्थन करेंगे एवं साथ मिलकर सरकार के विरूद्ध प्रदर्शन भी जारी रखेंगे। मनोज सेवग ने कहा कि गोचर केवल गौमाता के लिए ही नहीं बल्कि पूरे शहर को ऑक्सीजन प्रदान करने वाला स्थान है।यहां लाखों पेड़,जीव-जन्तु है जिनका आश्रय किसी को छीनने नहीं देंगे। आगामी 27 जनवरी को दिये जाने वाले धरने में शामिल होने के लिये देश के अनेक सन्तों ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है और सैकड़ों की संख्या में साधु-सन्त स्थायी तौर पर धरने में भाग लेंगे।महंत श्री क्षमाराम महाराज, सागर के श्रीधरानन्द महाराज,विवेकनाथ बगेची के शिवशक्तिनाथ महाराज ने वीडियो जारी कर धरने में शामिल होने के लिए समर्थन किया है।प्रेसवार्ता को शिव कुमार गहलोत,महन्त शंकरपुरी,योगी सूरजनाथ,योगी विलासनाथ, महन्त सुभाषगिरी,योगी ओमनाथ,योगी रामनाथ,योगी दीपकपुरी,विश्वतगिरी, पन्नानाथ,विमलगिरी,मदनदास,आकाशानन्द महाराज,बंशीलाल तंवर,श्रीभगवान अग्रवाल,ज्योतिषाचार्य पं.राजेन्द्र किराड़ू,कैलाश सोलंकी,सूरजप्रकाश राव,महेन्द्र किराडू, धमेन्द्र सारस्वत,यशविन्द्र चौधरी,चतरसिंह राजपुरोहित,नवरतन उपाध्याय,जेडी कुमावत,विजय थानवी, मिलन गहलोत,योगेश गहलोत, महेश सांखी,निर्मल शर्मा आदि उपस्थित रहे।
