तहलका न्यूज,बीकानेर। ल्यॉल पब्लिक स्कूल में पिछले कई दिनों से चला आ रहा परिजनों का संशय खत्म हो गया है और स्कूल का नवीन शैक्षणिक सत्र बिना किसी बाधा के प्रारंभ हो गया है। शाला निदेशक विपिन पोपली ने बताया कि ल्यॉल पब्लिक स्कूल द्वारा क्वालिटी एजुकेशन के लिए श्री चैतन्य टेक्नो विद्यालय से समझौता किया गया है। इस संदर्भ में कई प्रकार की भ्रांतियों के चलते पिछले कई दिनों से संशय का माहौल रहा परंतु शाला परिवार द्वारा इन सभी समस्याओं को सुलझा लिया गया है। उन्होंने बताया कि बिना किसी फीस बढ़ोतरी के शाला का नवीन शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो गया है। इस संदर्भ में परिजनों को हुई गलतफहमी को भी शाला द्वारा पूरी तरह से समाप्त कर लिखित समझौते को सार्वजनिक किया गया है जिसके तहत शाला में परिजन अपनी इच्छा अनुसार श्री चैतन्य टेक्नो अथवा साधारण सीबीएसई सिलेबस में से अपनी इच्छा अनुसार जो चाहे अपने बच्चे को पढ़ा सकेंगे। शाला द्वारा किसी प्रकार की किताबों के लिए भी कोई बढ़ोतरी बच्चों पर नहीं थोपी गई है बच्चे जहां से चाहे अपनी किताब ले सकते हैं। पोपली ने बताया कि शाला में किसी प्रकार की कोई फीस बढ़ोतरी नहीं की गई है ना ही कोई यूनिफॉर्म में बदलाव किया गया है। शाला अपने पूर्व के नियमों के अनुसार ही बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।उन्होंने बताया कि श्री चैतन्य टेक्नो भारतवर्ष का एक बड़ा ब्रांड है तथा उसको बीकानेर में लाने का उद्देश्य केवल और केवल बीकानेर के विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय शैक्षिक व्यवस्था उपलब्ध कराना है इसी को दृष्टिगत रखते हुए परिजनों के साथ बैठकर सभी गलतफहमियों का निपटारा कर लिया गया है तथा विद्यालय अपनी पुरानी निर्बाध गति से पुन: कार्य कर रहा है।उन्होंने बताया कि विद्यालय पूर्व की भांति अपने विद्यार्थियों तथा उनके परिजनों के प्रति आभार व्यक्त करता है तथा उनके विश्वास का सम्मान करते हुए शाला मैनेजमेंट द्वारा सभी समस्याओं का निपटारा कर लिया गया है तथा अब किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।

पार्षद ने सोमवार से दी थी धरने की चेतावनी
गौरतलब रहे कि पार्षद मनोज विश्नोई ने इस प्रकरण को लेकर सोमवार से स्कूल परिसर के बाहर अभिभावकों के साथ धरने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन चेता और उसने आज यह निर्णय लिया। स्कूल प्रबंधन के लिखित आश्वासन के बाद पार्षद व अभिभावकों ने सोमवार को दिए जाने वाले धरना प्रदर्शन को न करने का फैसला लिया है और स्कूल प्रबंधन का इस सकारात्मक निर्णय का स्वागत किया है।