



तहलका न्यूज,बीकानेर।जिले के खाजूवाला ब्लॉक में स्थित चक 2 KLD राजकीय विद्यालय में एक शिक्षक की शर्मनाक हरकत ने शिक्षा के मंदिर को कलंकित कर दिया। व्याख्याता सुरेश कुमार द्वारा एक नाबालिग छात्रा को प्रेम पत्र देने का मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया। इस घटना के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।बता दें,घटना का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित छात्रा ने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई। परिजनों ने तुरंत इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी,जिसके बाद आक्रोशित अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने विद्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया और शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बच्चियों की सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। सूचना मिलने पर दंतौर पुलिस और खाजूवाला ब्लॉक के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को विभागीय जांच और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया,जिसके बाद तालाबंदी समाप्त हुई।
शिक्षक को तुरंत किया निलंबित
जिला शिक्षा अधिकारी किशनदान चारण ने बताया कि मामला अत्यंत गंभीर है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक के आदेश पर व्याख्याता सुरेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि के दौरान सुरेश कुमार को डूंगरपुर जिला मुख्यालय में माध्यमिक शिक्षा निदेशक कार्यालय में उपस्थिति दर्ज करानी होगी। साथ ही,विभाग ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है, ताकि पूरे प्रकरण की सच्चाई सामने आ सके। DEO ने स्पष्ट किया कि दोषी पाए जाने पर शिक्षक के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों ने सुरक्षा की मांग की
अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में बच्चों के भविष्य को संवारने का काम होता है,वहां इस तरह की घटनाएं न केवल शर्मनाक हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्कूलों में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जाएं।शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि विद्यालयों में इस तरह की हरकतें अस्वीकार्य हैं। ऐसे दुष्ट लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। हम बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा के माहौल को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। फिलहाल,शिक्षा विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।