तहलका न्यूज,बीकानेर। जिला उपभोक्ता प्रतितोष आयोग ने रेडिमेड कपड़ों के शो रूम मिर्जा इन्टरनेशनल लिमिटेड की सेवाओं में कमी मानते हुए उपभोक्ता को 11,739ï.40 रुपए का भुगतान करने का फैसला सुनाया है। प्रकरण के अनुसार शास्त्री नगर निवासी डॉ.रू चिरा भार्गव ने अपने अधिवक्ता के जरिए आयोग के समक्ष 16 नवम्बर,2023 को परिवाद पेश किया था। जिसमें आयकर विभाग के पास,रानीबाजार स्थित मिर्जा इन्टरनेशनल लिमिटेड और रेड टेप (पंजीकृत कार्यालय,कानपुर-उप्र) को पार्टी बनाते हुए प्रार्थिया ने अपने परिवाद के साथ साक्ष्य खरीद बिल,शपथ पत्र,विधिक नोटिस आदि आयोग के समक्ष पेश किए। खरीद किए गए दोनों वस्त्र रेड टेप कंपनी के होना बताया गया। जिस पर प्रसंज्ञान लेते हुए आयोग की ओर से अप्रार्थीगण को नोटिस तामील के लिए भेजे गए। दोनों अप्रार्थीगणों ने नोटिस तामील नहीं करवाए।जिसके बाद आयोग अध्यक्ष नरसिंह दास व्यास, सदस्य पुखराज जोशी व मधुलिका आचार्य ने सुनवाई क रते हुए प्रार्थिया के पक्ष में टी-शर्ट और शर्ट की कीमत राशि 1739.40 रुपए, मानसिक वेदना के एवज में 5 हजार और परिवाद व्यय के रूप में 5 हजार का भुगतान किए जाने के आदेश अप्रार्थीगण को दिए। आदेश में प्रार्थिया को भी बाध्य किया गया है कि वो खरीद किए गए दोनों वस्त्र मिर्जा इंटरनेशनल लि.को वापस करे। आदेश की पालना के लिए एक माह का समय निर्धारित किया गया।

ये था प्रकरण
प्रार्थिया की ओर से आयोग में पेश किए गए परिवाद में उसकी ओर से कहा गया कि उसने 2 अप्रेल, 2022 को आयकर विभाग के पास, रानीबाजार स्थित शोरूम मिर्जा इन्टरनेशनल लि. से लाल रंग की एक टी-शर्ट कीमत 719.70 रुपए और सफेद रंग की एक शर्ट कीमत 1019.70 रुपए के खरीद किए थे। जिसका बिल भी प्रार्थिया ने लिया था। खरीद के दौरान प्रार्थिनी ने शोरूम पर मौजूद व्यक्ति से कहा था कि दोनों वस्त्रों में साइज और रंग को लेकर अगर कोई भिन्नता पाई जाती है तो उसे बदलवा सकते हैं या नहीं। तब शो रूम पर मौजूद शख्स ने सात दिनों के भीतर-भीतर दोनों वस्त्र या इनमें से कोई एक वस्त्र बदलवाने का आश्वासन दिया था। वस्त्र खरीद के दो दिन बाद ही प्रार्थिया ने शोरूम पर कॉल करके दोनों वस्त्र बदलने को कहा गया। तब शोरूम की ओर से उसे कहा गया कि अभी इस साइज और कलर में स्टॉक पर्याप्त नहीं है, एक-दो दिन बाद नया स्टॉक आ जाएगा, जिसकी सूचना कॉल से प्रार्थिया को कर दी जाएगी, तब आकर दोनों वस्त्र बदलवा लेना। इसके बाद शोरूम से कोई कॉल नहीं आई तो तीन-चार दिनों बाद प्रार्थिया दोबारा शोरूम पहुंची। उस दौरान शोरूम पर मौजूद शख्स ने खरीद बिल देखकर कह दिया कि सात दिन बीत चुके हैं, अब दोनों वस्त्र नहीं बदले जा सकते हैं।