तहलका न्यूज,बीकानेर। चिकित्सक को यूं ही धरती के भगवान का दर्जा नहीं दिया जाता। अचानक मौत के मुंह से निकाल नया जीवन देना भी एक चिकित्सक के लिये चुनौती बन जाता है। कुछ ऐसा ही सादुलगंज स्थित आयुष्मान हार्ट केयर सेन्टर के चिकित्सक डॉ बी एल स्वामी ने कर दिखाया। जब रतनगढ़ से डॉ स्वामी को अपनी हेल्थ चैकअप करवाने आएं ओमप्रकाश चोटिया जब ईको रूम में शिफ्ट करते हुए बेहोश हो गये। तो डॉ स्वामी और आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर की क्रिटिकल केअर टीम ने तुरंत मरीज को सी.पी.आर. दिया फिर ई.सी.जी. मोनीटर पर वेंट्रिक्युलर टेकिकार्डिया  देखा फिर D.C. Shock (करंट का झटका) देकर कार्डियक अरेस्ट से पुन: सिर्फ 10 मिनट में बचाया। मरीज के भतीजे दीपक कुमार चोटिया ने बताया किमंगलवार सुबह छ: बजे से छाती में दर्द,पसीना एवं कम बी.पी.के साथ मरीज ने पहले गाँव में पेट में गैस का ईलाज लिया फिर दोपहर ज्यादा दिक्कत होने पर बीकानेर पहुंचे,जहाँ आयुष्मान हार्ट केअर सेन्टर बीकानेर की ईमरजेन्सी में पहुँचे। जहाँ तुरन्त ईलाज चालू किया फिर ईको किया गया। फिर जब 5 मिनट बाद मरीज को ईको रूम से शिफ्ट करते वक्त अचानक बेहोश हो गय। चिकित्सकीय टीम ने सी.पी.आर. तकनीक से बेहोश हुये मरीज की जान बचाई और उनके ताऊजी को नया जीवन दिया गया। फिर दो दिन बाद एंजियोग्राफी कर हार्ट की ब्लॉक 99 प्रतिशत नस मे एक स्टंट डालकर मरीज की सकुशल छुट्टी दे दी गयी है।