तहलका न्यूज,बीकानेर। स्थानीय जिला प्रशासन किस तरह कमरों में बैठकर आमजन की भावनाओं से खेलता है। उसका जीता जागता उदाहरण शहर के मुख्य मार्गों,मोहल्लों व कॉलोनियों की क्षतिग्रस्त सड़के है। जहां राहगीरों व वाहन चालकों का निकलना दुभर हो गया है। स्थानीय प्रशासन की इसी उदासीनता के विरोध में सादुलगंज क्षेत्र के लोगों ने काली दीपावली मनाने का निर्णय लिया है। पूर्व पार्षद मनोज विश्नोई ने क्षेत्र की बदहाल सड़कों को दुरूस्त नहीं करवाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जिला कलक्टर ने दीपावली से पूर्व अधिकारियों की अनेक बार बैठकें लेकर क्षतिग्रस्त सड़कों का डामरीकरण करने के निर्देश दिए थे। किन्तु आज दिनांक तक सादुलगंज क्षेत्र की सड़कें गढ्ढों में तब्दील है। जिसके कारण लोग अपना पर्व मनाने से कतरा रहे है। टूटी सड़कों के कारण पैदल चलना या खड़ा होना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होंने टूटी सड़कों का विडियो जारी कर जिला प्रशासन के अधिकारियों को चेताया है कि अगर सड़कों दुरूस्तीकरण नहीं किया गया तो क्षेत्र के लोग कल दीपावली नहीं मनाएंगे और त्योहार के बाद धरना प्रदर्शन कर रोष जताएंगे।

लाखों रूपये लाइटिंग पर खर्च,सड़कों की स्थिति बदहाल
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सौन्दर्य करण के नाम पर प्रशासन ने लाखों रूपये साज-सज्जा व लाइटिंग पर खर्च किये है। किन्तु शहर की टूटी सड़कों को ठीक नहीं करवाया। ऐसे में त्योहारी सीजन में लोग हचकौले खाते वाहनों पर नजर आएं। थोथी चकाचौंध और झूठी वाही वाही लूटने के लिये प्रशासन ने रंग बिरंगी लाईटिंग की। पर उन्हें देखने निकले लोग टूटी सड़कों के कारण गिरते और फिसलते नजर आएं।