तहलका न्यूज,बीकानेर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद को लेकर एक बार फिर खींचतान शुरू हो गई है। जिसके चलते पिछले एक माह से यह पद कार्यवाहक के भरोसे चल रहा है। बताया जा रहा है कि स्थाई सीएमएचओ की नियुक्ति में स्थानीय नेताओं की खींचतान बाधा बनी हुई है। जानकारी मिली है कि बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास अपने चेहते को इस पद पर आसीन करवाने की जुगत में है तो बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्विकुमारी व मंत्री सुमित गोदारा को यह नगवारा लग रहा है। वे अपनी पसंद का सीएमएचओ लाना चाह रहे है। इतना ही नहीं भाजपा के उपाध्यक्ष गोकुल जोशी अपने बेटे को सीएमएचओ लगावे की फिराक में है। ऐसे में सभी नेता अपने शीर्ष नेतृत्व तक अपनी मंशा पहुंचाने के साथ साथ लामबद्व भी हो रहे है। विश्वस्त सूत्र बताते है कि सीएमएचओ पद पर अपने चेहतों की ताजपोशी की चर्चाओं ने राजनीतिक गलियारों में न केवल चर्चाएं शुरू कर दी है बल्कि इस प्रकार की हरकतों से नेताओं व पार्टी की किचकिच भी होने लगी है। पार्टी स्तर पर भी अब इस बात की सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि तीन साल पहले कांग्रेस सरकार में सीएमएचओ पद पर अपने चेहते को पदस्थापित करनेके लिये हुए घमासान की कहानी कही फिर से शुरू न हो जाएं। सूत्र बताते है कि अपने चेहते को सीएमएचओ बनाने के लिये विधायक व मंत्री न केवल केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर दबाव बना रहे है। बल्कि सीएम व प्रभारी मंत्री तक अपनी पसंद को पहुंचा चुके है। ऐसे में पार्टी पदाधिक ारी,विधायक व मंत्री में शह व मात का खेल शुरू हो गया है।गौरतलब रहे कि 31 मई को कार्य के प्रति लापरवाही के चलते सीएमएचओ डॉ मोहित सिंह को सीएम भजनलाल शर्मा ने एपीओ कर दिया था। उसके बाद से स्थाई सीएमएचओ की नियुक्ति नहीं रखी है। यहां कार्यवाहक सीएमएचओ डॉ राजेश गुप्ता को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।