

तहलका न्यूज,बीकानेर। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा माखनभोग उत्सव कुंज में चल रही श्री कृष्ण कथा के द्वितीय दिवस पर कथा व्यास पर विराजमान साध्वी सुश्री जयंती भारती जी ने श्री कृष्ण की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि श्रीमद भगवद गीता के बारहवें अध्याय में कृष्ण से अर्जुन ने चैतन्य के निराकार और साकार स्वरुप के अंतर के बारे में पूछा था।श्री कृष्ण बताते हैं कि निराकार की साधना कठिन है,पर भक्ति का मार्ग सरल है। वे अर्जुन को बताते हैं कि अगर वो पूरे विश्वास के साथ उनमें मन लगाए तो वो मुक्ति को प्राप्त हो जाएगा। विषम परिस्थितियों में भी उन्होंने सफल जीवन जीने की रह दिखाई। साध्वी जी ने दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा भारतीय गाय नस्ल सुधार एवं संरक्षण हेतु प्रोजेक्ट कामधेनु के बारे में बताते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट किसी भी आदर्श सतत समाज के आधार के रूप में भारतीय गाय के महत्व को पुन: स्थापित करने पर केंद्रित है।अथर्ववेद के श्लोक – अपस्त्वं धुक्षे प्रथमा उर्वरा अपरा वशे तृतीयं राष्ट्रं धुक्षोऽन्न क्षीरं वशे त्वम् – में गौमाता के तीन स्तरीय विकासात्मक गुणों का वर्णन किया गया है: स्वस्थ दूध देने वाली,कृषि की आधारशिला और राष्ट्र की मजबूत रीढ़। इस प्रकार साध्वी जी ने श्री कृष्ण जन्म पर मंगल भजन गाए और कथा में पधारे मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री बी डी कल्ला,पं राजेन्द्र किराडू,समाजसेवी देव किशन चांडक देवश्री,उद्योगपति गोविंद ग्रोवर,समाजसेवी डॉ नरेश गोयल,रविंद्र हर्ष,सुश्री पूजा मोहता,ज्योति प्रकाश रंगा,आनंद किशोर आचार्य,राम गोपाल,नरेंद्र अग्रवाल ने कथा के द्वितीय दिवस का श्री कृष्ण की आरती के साथ समापन किया गया ।
